झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक शिबू सोरेन के निधन के बाद पूरे राज्य में शोक की लहर है। उनका पार्थिव शरीर आज शाम छह बजे झारखंड लाया जाएगा। अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव रामगढ़ जिले के नेमरा में किया जाएगा।
सरकारी सूत्रों के मुताबिक, सोमवार को उनका पार्थिव शरीर सबसे पहले रांची के मोरहाबादी स्थित आवास पर लाया जाएगा। मंगलवार सुबह झामुमो के पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इसके बाद पार्थिव शरीर को झारखंड विधानसभा ले जाया जाएगा, जहां जनप्रतिनिधि और अधिकारी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव रामगढ़ जिले के नेमरा में किया जाएगा।
तीन दिनों के राजकीय शोक का ऐलान
झारखंड सरकार ने झामुमो के संस्थापक संरक्षक और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के निधन पर तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान सभी सरकारी आयोजनों को रद्द कर दिया गया है और राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। चार और पांच अगस्त को सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। शिबू सोरेन के निधन पर झारखंड मुक्ति मोर्चा में भी गहरा शोक व्याप्त है। रांची के हरमु स्थित पार्टी कार्यालय में पार्टी का झंडा झुका दिया गया। झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने स्वयं झंडा उतारा। उन्होंने कहा कि झारखंड ने एक महान जननेता को खो दिया है। पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने भी इस क्षति को अपूरणीय बताते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने की झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, "शिबू सोरेन जी एक ज़मीनी नेता थे, जिन्होंने जनता के प्रति अटूट समर्पण के साथ सार्वजनिक जीवन में तरक्की की। वे आदिवासी समुदायों, गरीबों और वंचितों को सशक्त बनाने के लिए विशेष रूप से प्रतिबद्ध थे। उनके निधन से दुःख हुआ। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी से बात की और संवेदना व्यक्त की। ओम शांति।"