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पैंगोंग के बाद अब कहां से पीछे हटेगी चीनी सेना , आज की बैठक में तय होगा आगे का प्लान

भारत और चीन के बीच शनिवार को एक और दौर की उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता बुलाई गई है। ये वार्ता उस बीच हो रही है...
पैंगोंग के बाद अब कहां से पीछे हटेगी चीनी सेना , आज की बैठक में तय होगा आगे का प्लान

भारत और चीन के बीच शनिवार को एक और दौर की उच्चस्तरीय सैन्य वार्ता बुलाई गई है। ये वार्ता उस बीच हो रही है जब पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों से सैनिकों एवं हथियारों को हटाने का काम पूरा कर लिया गया है। अब इस बात पर जोर देने की है कि पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स, देपसांग और गोग्रा जैसे क्षेत्रों से भी सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जा सके।  सेना से जुड़े सूत्रों की माने तो आज की होने वाली बैठक में भारत फिंगर इलाके में पूर्व की तरह गश्त आरंभ करने पर भी जोर देगा। कोर कमांडर-स्तरीय वार्ता पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीन की ओर मोल्डो में सुबह 10 बजे के करीब शुरू होगी।

फरवरी महीने की 11 तारीख को रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने संसद में एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि चीन अपनी सेना की टुकड़ियों को हटा कर पैंगोंग झील के उत्तरी किनारे में फिंगर आठ इलाके के ईस्ट दिशा में ले जाएगा। भारत अपनी सैन्य टुकड़ियों को फिंगर तीन के पास अपने स्थायी ठिकाने धन सिंह थापा पोस्ट पर रखेगा। आगे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा था कि इसी तरह की कार्रवाई दक्षिणी किनारे वाले क्षेत्र में भी दोनों पक्ष करेंगे।

चीन को लेकर जानकारी देते हुए रक्षा मंत्री ने कहा था कि इस पर सहमति बनी है कि पैंगोंग झील क्षेत्र में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के 48 घंटे के भीतर दोनों पक्षों के वरिष्ठ कमांडरों की अगली बैठक अन्य सभी मुद्दों को हल के लिए बुलाई जाएगी। वहीं, आगामी बैठक पर जानकारी देते हुए रक्षा मंत्रालय ने कहा था कि डेपसांग, हॉट स्प्रिंग्स और गोगरा सहित अन्य लंबित मुद्दों पर दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच अगली वार्ता में इन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।

इस बीच, चीन ने पहली बार आधिकारिक तौर पर ये माना है कि पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारतीय सैनिकों के साथ हुई झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे। गलवान घाटी में हुई झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए थे। जबकि अमेरिकी रिपोर्ट के मुताबिक इस झड़प में चीन के 35सैनिक हताहत हुए थे। हालांकि, चीन इन दावों को खारीज करता रहा है लेकिन पिछले दिनों उसने अपने चार सैनिकों के मारे जाने की बात कबूल की थी।

 

 

 

  

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