प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कर्मचारियों को मैसूर यात्रा के दौरान होटल ललिता महल पैलेस में कमरा नहीं मिल पाया। दरअसल, एक वैवाहिक कार्यक्रम के लिए सभी कमरे बुक हो चुके थे। इसकी वजह से जिला प्रशासन को प्रधानमंत्री के लिए एक दूसरे होटल में रुकने की व्यवस्था की गई।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, होटल के महाप्रबंधक जोसेफ मैथियास ने सोमवार को बताया कि उपायुक्त के कार्यालय से एक अधिकारी प्रधानमंत्री, उनके कर्मचारियों और सुरक्षा कर्मियों के लिए कमरों की व्यवस्था करने आया था। लेकिन, रविवार को एक वैवाहिक कार्यक्रम के लिए होटल के अधिकतर कमरे बुक हो चुके थे। सिर्फ तीन कमरे खाली थे। प्रधानमंत्री के कर्मचारियों और सुरक्षा बलों की संख्या को देखते हुए इतने कमरों को पर्याप्त नहीं समझा गया।
इसके बाद जिला प्रशासन ने वैकल्पिक इंतजाम करते हुए प्रधानमंत्री को होटल रैडिसन ब्लू में ठहराया।
पीएम मोदी रविवार रात को मैसूर आए थे। वे सोमवार तक इस होटल में ठहरे। उनको श्रवणबेलगोला में जैन धर्मावलंबियों के एक कार्यक्रम समेत और कई आयोजनों में शामिल होना था।
बता दें कि 'महामस्तकाभिषेक' जैन धर्म का सबसे लोकप्रिय और सबसे बड़ा महोत्सव है। हर 12 साल पर मनाया जाने वाला ये महोत्सव हर जैन के लिए काफी काफी महत्वपूर्ण होता है और देश-दुनिया से जैन समुदाय के लोग इस महोत्सव के लिए श्रवणबेलगोला पहुंचते हैं।