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जम्मू-कश्मीर को पाक से भी ज्यादा विशेष दर्जा खत्म करने की कोशिश करने वालों से खतरा: अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान या बंदूक से भी ज्यादा उन...
जम्मू-कश्मीर को पाक से भी ज्यादा विशेष दर्जा खत्म करने की कोशिश करने वालों से खतरा: अब्दुल्ला

नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान या बंदूक से भी ज्यादा उन लोगों से खतरा है जो राज्य के विशेष दर्जे को खत्म करने की कोशिश में लगे हुए हैं।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में कुंड घाटी में एक सभा को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि राज्य जिस चुनौती से गुजर रहा है, उसको देखते हुए लोगों को लोकसभा में अपना प्रतिनिधि चुनते समय सही फैसला लेना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘ जम्मू-कश्मीर को पड़ोसी देश या बंदूक से भी ज्यादा उन ताकतों से खतरा है जो राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।’’ अब्दुल्ला अनुच्छेद 370 और 35-ए का हवाला दे रहे थे। इन दोनों अनुच्छेद में जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा मिला है।

उन्होंने कहा कि राज्य में एक राज्यपाल या मुख्यमंत्री को राज्य के संविधान की शपथ लेनी होती है, लेकिन "राज्य विरोधी ताकतें" इस यथार्थवाद को पचा नहीं पा रही हैं।

अब्दुल्ला ने कहा "यह उन ताकतों की आंखों में खटका बन गया है, जिन्होंने अपने घोषणापत्र में हमारे राज्य की विशेष संवैधानिक स्थिति को नष्ट करने के लिए अपनी प्रतिज्ञा को पुनर्जीवित किया है। उन्होंने कहा कि वे धारा 370 और अनुच्छेद 35-ए के संवैधानिक प्रावधानों को नष्ट करने पर आमादा हैं, जो राज्य को विशेष दर्जा प्रदान करते हैं।

महबूबा मुफ्ती ने एनसी और कांग्रेस को घेरा

सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस पर अनुच्छेद 370 को कमजोर करने का आरोप लगाया। महबूबा ने पत्रकारों से कहा कि कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने 2008 में अमरनाथ श्राइन बोर्ड को हजारों कनाल जमीन देकर कर अनुच्छेद 370 को कमजोर किया था और नैशनल कॉन्फ्रेंस ने 1975 में वजीर-ए-आजम और सदर-ए-रियासत का खिताब समाप्त कर दिया था।

मुफ्ती ने कहा कि यह उनकी पार्टी थी, जिसने भाजपा के साथ राज्य में गठबंधन सरकार के दौरान अनुच्छेद 370 और 35ए को बचाया था। गौरतलब है महबूबा अनंतनाग संसदीय क्षेत्र से चुनावी मैदान में हैं, जहां तीन चरणों में होने वाले मतदान का पहला चरण 23 अप्रैल को हुआ था। अनंतनाग में दूसरे चरण का मतदान 29 अप्रैल को हुआ और तीसरे और आखिरी चरण की वोटिंग 6 मई को होनी है। महबूबा का मुकाबला कांग्रेस के गुलाम अहमद मीर और एनसी उम्मीदवार रिटायर्ड जज हसनैन मसूदी से है।

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