दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा है कि 10वीं और 12वीं बोर्ड की बची हुई परीक्षाओं को कराना संभव नहीं है। इसलिए इंटरनल एग्जाम के नंबरों के आधार पर ही छात्रों का पास किया जाए। सिसोदिया ने मानव संसाधन विकास मंत्री (एमएचआरडी) रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ से कहा है कि 9वीं और 11वीं क्लास के स्टूडेंट्स की तरह ही 10वीं और 12वीं के स्टूडेंट्स को भी इंटरनल एग्जाम के नंबरों के आधार पर पास किया जाना चाहिए। वहीं, दिल्ली सरकार ने दूरदर्शन और एआईआर एफएम पर रोजाना तीन-तीन घंटे के समय की माँग की है ताकि सरकारी शिक्षक सभी बच्चों के लिए ऑन एयर क्लास चला सकें। ये बात मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कही है। बता दें, 3 मई तक लागू लॉकडाउन की वजह देशभर के सभी शिक्षण संस्थान बंद है।
राज्य उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करें: एमएचआरडी
वहीं, रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सभी राज्यों से अपील की है कि वे बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करें। साथ ही निशंक ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को राज्यों में छात्रों की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन करने की सुविधा प्रदान करने को कहा है।
गर्मियों की छुट्टी में भी दिया जाएगा मिड-डे मील: निशंक
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा है कि कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए लागू लॉकडाउन के मद्देनजर स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी के दौरान भी छात्रों को मिड-डे मील उपलब्ध कराया जाएगा। जिस पर लगभग 1,600 करोड़ रुपये का अतिरिक्तर खर्च किया जाएगा। इसके अलावा, मिड-डे मील योजना के तहत पहली तिमाही के लिए 2,500 करोड़ रुपए का अनुदान जारी किया जा रहा है। निशंक ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बच्चों को पर्याप्त और पौष्टिक भोजन हेतु मिड-डे मील योजना के तहत राशन प्रदान किया जा रहा है।