इस साल के विधानसभा चुनाव 2022 में कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए कड़े इंतजाम किए गए हैं। देश में बढ़ते कोविड-19 मामलों पर चिंताओं के बीच चुनाव आयोग ने कहा कि हमारा पहला और सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य एक कोविड सुरक्षित चुनाव है। इसे देखते हुए संक्रमित लोगों की सुविधा के लिए पोस्टल बैलेट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि महिलाओं और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए इस बार सुरक्षा की भरपूर व्यवस्था की गई है। 80 वर्ष से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, दिव्यांग व्यक्ति और कोविड-19 पॉजिटिव व्यक्ति पोस्टल बैलेट से मतदान कर सकते हैं। इसके जरिए ऐसे मतदाता घर बैठे मतदान कर पाएंगे। हालांकि यह वैकल्पिक है।
कोविड मरीज कैसे कर पाएंगे मतदान
-मतदान के लिए चुनाव आयोग की टीम कोविड मरीज के घर जाएगी और पीड़ित व्यक्ति से वहीं वोट कराएगी। इस पूरे कार्य की वीडियोग्राफी भी कराई जाएगी।
-इस तरह के मतदाता चुनाव अधिकारी को डाक, इलेक्ट्रॉनिक रूप से या हाथ से अपना मतपत्र दे सकेंगे।
-यह सुविधा विधानसभा चुनाव के दौरान कोविड मरीजों से साथ 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांग लोगों के लिए उपलब्ध कराई जाएगी।
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कोरोना के बीच सुरक्षित चुनाव
-चुनाव आयोग ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर मास्क और सैनिटाइजर उपलब्ध होंगे जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि मतदान कोविड-सुरक्षित तरीके से हो रहा है।
-चुनाव आयोग यह सुनिश्चित करने के लिए मतदानकर्मियों और मतदाताओं दोनों के टीकाकरण पर भरोसा कर रहा है कि चुनाव के परिणामस्वरूप कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी न हो।
-चुनावों के मद्देनजर 18 साल से ऊपर के सभी नागरिकों के टीकाकरण में तेजी लाएं और यह सुनिश्चित करें कि सभी चुनाव अधिकारियों को बूस्टर डोज दी जाए, जिन्हें फ्रंटलाइन कार्यकर्ता के तौर पर नामित किया गया है।
-इसके अलावा चुनाव आयोग ने जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा है कि प्रत्येक मतगणना केंद्र के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाए जिससे कोविड-19 दिशानिर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके।