दोनों नेताओं के जलवायु परिवर्तन पर आयोजित महत्वपूर्ण सम्मेलन के इतर पेरिस में स्थानीय समयानुसार अपरान दो बजकर 45 मिनट पर मुलाकात करने की संभावना है। ओबामा और मोदी मुख्य रूप से जलवायु परिवर्तन पर ध्यान केंद्रित करेंगे लेकिन साथ ही वे द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में हुई प्रगति की भी समीक्षा करेंगे और आतंकवाद समेत वैश्विक एवं क्षेत्राीय मामलों पर बातचीत करेंगे। व्हाइट हाउस की ओर से कल जारी राष्ट्रपति के कार्यक्रम की समय सारणी के अनुसार दोनों देशों के नेता कुछ देर के लिए मीडिया से भी रूबरू होंगे और बयान देंगे।
ओबामा अपने चीनी समकक्ष शी चिनफिंग के साथ भी सुबह द्विपक्षीय बैठक करेंगे। मोदी के पिछले साल मई में सत्ता में आने के बाद से दोनों नेताओं ने अब तक रिकाॅर्ड पांच बार मुलाकात की है। इससे पहले वे सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर न्यूयार्क में मिले थे। पेरिस में होने वाली मुलाकात उनकी छठी द्विपक्षीय बैठक होगी।
व्हाइट हाउस ने बताया कि पेरिस में द्विपक्षीय वार्ता के तत्काल बाद दोनों नेता, फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद एवं अन्य नेता मिशन इनोवेशन कार्यक्रम के लिए एकत्र होंगे। ओबामा इस महीने की शुरूआत में हुए आतंकवादी हमलों के मद्देनजर अभूतपूर्व सुरक्षा के बीच कल देर रात पेरिस पहुंचे थे। प्रधानमंत्री मोदी भी पेरिस पहुंच चुके हैं।
पेरिस जलवायु परिवर्तन सम्मेलन को काॅन्फ्रेंस आॅफ पार्टिज यानी सीओपी-21 के नाम से भी जाना जाता है। यह सम्मेलन 11 दिसंबर तक चलेगा। संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन पर वार्ताओं के 20 से अधिक वर्षों में पहली बार पेरिस सम्मेलन का मकसद कानूनी रूप से बाध्यकारी एक वैश्विक समझौता करना है ताकि ग्लोबल वार्मिंग को दो डिग्री सेल्सियस से नीचे रखा जा सके। इस सम्मेलन में करीब 50,000 प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है जिनमें करीब 25,000 सरकारी प्रतिनिधिमंडल, अंतर सरकारी संगठन, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, एनजीओ और सिविल सोसायटी के सदस्य होंगे।
भारत और 19 अन्य देश लेंगे स्वच्छ तकनीकों को बढ़ावा
भारत, अमेरिका और चीन समेत कुल 20 देश जलवायु परिवर्तन से निपटने के वैश्विक प्रयासों के तहत अगले पांच साल में स्वच्छ उर्जा शोध एवं विकास के बजट को दोगुना करने की एक पहल की आज शुरूआत करेंगे। व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने कहा कि मिशन इनोवेशन के तहत इन 20 देशों द्वारा कुल 20 अरब डाॅलर की प्रतिबद्धता जताई गई है। इसमंे से आधी राशि अमेरिका की ओर से आएगी।