जम्मू-कश्मीर के पुंछ में नियंत्रण रेखा पर सीजफायर उल्लंघन करते हुए पाकिस्तानी सेना की एक टीम भारतीय सीमा में करीब 250 मीटर तक घुस गई और दो भारतीय जवानों की हत्या कर उनके शवों को विकृत कर दिया। रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने पाकिस्तान सेना की इस बर्बरता पर आक्रोश जाहिर करते हुए कहा हैै कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएग। सेनाएं इस हरकत का उचित जवाब देंगी।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान सेना का यह पूर्व नियोजित अभियान था। पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम को भारतीय सीमा में 250 मीटर से भी ज्यादा अंदर तक भेजा और हमला करने के लिए उसने लंबे वक्त तक घात लगाई। इस दौरान दो अग्रिम चौकियों पर राॅकेट और मोटार्र दागेे गए।
प्रवक्ता ने कहा, पाकिस्तानी सेना ने सैनिकों वाला व्यवहार नहीं करते हुए गश्ती पर तैनात हमारे दो सैनिकों के शवों को विकृत कर दिया। सैन्य अधिकारी ने कहा कि उनके सिरों को धड़ से अलग कर दिया गया। मृतक की पहचान बीएसएफ की 200वीं बटालियन के हेड कांस्टेबल प्रेम सागर और सेना की 22 सिख रेजीमेंट के नायब सुबेदार परमजीत सिंह के तौर हुई है। हमले में बीएसएफ के कांस्टेबल राजिंद्र सिंह जख्मी हुए हैं।
संघर्ष विराम का लगातार उल्लंघन
गत अप्रैल में भी पाकिस्तानी सेना ने पुंछ और राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर सात बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया था। मार्च में नियंत्राण रेखा पर चार बार संघर्ष विराम का उल्लंघन हुआ था। वर्ष 2016 में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम उल्लंघन की 228 घटनाएं हुई थीं, जबकि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 221 बार संघर्ष विराम उल्लंघन हुआ था। पिछले साल नवंबर में माछिल सेक्टर में तीन जवान शहीद हो गए थे। तब एक जवान का शव क्षत-विक्षत हालत में मिला था।