रविवार को भारत पहुंचे पाक जांच दल का एनआईए और पाकिस्तान उच्चायोग के अफसरों ने स्वागत किया। जेआईटी हमले के मामले में जांच के लिए मंगलवार को पठानकोट जाएगी। पाक जेआईटी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की गई जांच का विश्लेषण भी करेगा। पंजाब आतंकवाद निरोधक विभाग के प्रमुख मुहम्मद ताहिर राय टीम की अगुवाई कर रहे हैं जिसमें आईबी के उप महानिदेशक लाहौर, मुहम्मद अजीम अरशद, सैन्य खुफिया विभाग के लेफ्टिनेंट कर्नल इरफान मिर्जा, आईएसआई के लेफ्टिनेंट कर्नल तनवीर अहमद और गुजरांवाला में पदस्थ जांच अधिकारी शाहिद तनवीर शामिल हैं। जांच दल पाकिस्तान से विशेष विमान में यहां पहुंचा है।
मिली जानकारी के अनुसार संयुक्त जांच दल सोमवार की सुबह एनआईए मुख्यालय जाएगा जहां उन्हें एनआईए का दल अब तक हुई जांच के बारे में 90 मिनट का प्रस्तुतिकरण देगा। उनके सामने उन साक्ष्यों का प्रस्तुतिकरण भी दिया जाएगा जो दिखाते हैं कि आतंकी हमले की योजना सीमापार पाकिस्तान में बनाई गई थी। सूत्रों ने बताया कि दोपहर के भोजन के बाद के सत्रा में अगर पाकिस्तानी दल को संशय दूर करने के लिए एनआईए जांचकर्ताओं के सामने कोई सवाल उठाना है तो वह उन्हें रखेगा। मंगलवार की सुबह वे विशेष विमान से पठानकोट रवाना हो जाएंगे। जहां वायु सेना स्टेशन को एनआईए इस तरह से बैरिकेड कर देगा कि इसके सभी संवेदनशील स्थानों की झलक नहीं मिल सके और एनआईए की टीम पाक दल को पठानकोट के वायु सेना स्टेशन की उन कुछ जगहों को दिखाएगी जहां जहां जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से सुरक्षा बलों की 80 घंटे तक मुठभेड़ चली थी।
भारत की पाकिस्तानी जांच दल को पठानकोट हमले के सभी गवाहों से रूबरू कराने की योजना है लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड या बीएसएफ के जवानों से उसका सामना कराने की कोई योजना नहीं है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी दल को सहयोग परस्पर आदान-प्रदान पर आधारित होगा और उसे उम्मीद है कि भारतीय टीम को बाद में पाकिस्तान यात्रा की इजाजत दी जाएगी। बता दें कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने दो जनवरी को पठानकोट में वायु सेना के स्टेशन पर हमला किया था। हमले में सात सुरक्षाकर्मी मारे गए थे।