पाकिस्तान ने गुरुवार को अचानक अपने एयरस्पेस को भारतीय एयरलाइंस के लिए बंद कर दिया। इस कारण कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित हुई हैं। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के बीच उठाया गया है। इस हमले में 26 लोगों की जान गई थी।
बता दें कि पहलगाम में आतंकी हमले की जवाबी कार्रवाई में भारत ने इंडस वाटर ट्रीटी को निलंबित करने समेत कई कूटनीतिक कदम उठाए थे। इसके प्रतिउत्तर में पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया।
इसका सबसे अधिक असर एयर इंडिया और इंडिगो जैसी भारतीय एयरलाइंस पर पड़ा है, जो उत्तरी अमेरिका, यूरोप, ब्रिटेन और मध्य पूर्व के लिए उड़ानें संचालित करती हैं। इंडिगो ने शुक्रवार को एक यात्रा एडवाइजरी जारी करते हुए कहा, "पाकिस्तान द्वारा अचानक हवाई क्षेत्र बंद किए जाने के कारण हमारी कुछ अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का शेड्यूल प्रभावित हुआ है। हम स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और यात्रियों को कम से कम असुविधा हो, इसके लिए काम कर रहे हैं।"
एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी उड़ान की स्थिति आधिकारिक वेबसाइट पर जांचें और री-बुकिंग या रिफंड के विकल्पों का लाभ उठाएं।
पाकिस्तान के इस कदम से दिल्ली, अमृतसर, जयपुर, लखनऊ और वाराणसी जैसे उत्तरी शहरों से शुरू होने वाली उड़ानों को लंबे वैकल्पिक मार्गों से गुजरना पड़ रहा है, जिससे उड़ान का समय 70 से 90 मिनट तक बढ़ गया है। इससे ईंधन की खपत और परिचालन लागत में वृद्धि होने की संभावना है।
विशेषज्ञों का अनुमान है कि निकट भविष्य में हवाई किराए में 8-12% की बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि मध्य पूर्व के लिए यह वृद्धि 30% और यूरोप/उत्तरी अमेरिका के लिए 40% तक पहुंच सकती है।
गौरतलब है कि 2019 में बालाकोट हवाई हमले के बाद भी पाकिस्तान ने चार महीने तक अपना हवाई क्षेत्र बंद रखा था, जिससे भारतीय एयरलाइंस को लगभग 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वर्तमान नोटम (नोटिस टू एयरमेन) के अनुसार, यह बंदी 24 मई 2025 तक जारी रह सकती है, हालांकि स्थिति के आधार पर इसमें बदलाव संभव है।
एयरलाइंस और यात्री इस अप्रत्याशित स्थिति से निपटने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन लंबे रूट और बढ़ते किराए ने यात्रियों की चिंता जरूर बढ़ा दी है।