केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कड़े शब्दों में कहा कि उरी में आर्मी ब्रिगेड हेडक्वार्टर्स पर हमला करने वाले आतंकवादी बहुत अधिक प्रशिक्षित और भारी हथियारों से लैस थे। उन्होंने साथ ही संकल्प जताया कि उन्हें नहीं छोड़ा जाएगा जो इस घटना के पीछे हैं। पाकिस्तान द्वारा प्रत्यक्ष तौर पर आतंकवाद और आतंकवादी समूहों को समर्थन जारी रखने पर गहरी निराशा व्यक्त करते हुए सिंह ने कहा, पाकिस्तान एक आंतकवादी देश है और इसे पहचाना जाना चाहिए और अलग-थलग किया जाना चाहिए। उरी में हुई घटना को लेकर एक घंटे तक चली समीक्षा बैठक के बाद सिंह ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बैठक में हुई चर्चा के बारे अवगत करा दिया है। गौरतलब है कि इस घटना के बाद गृह मंत्री ने रूस और अमेरिका की अपनी यात्रा स्थगित कर दी है।
बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल समेत गृह और रक्षा मंत्रालय एवं सेना और अर्धसैनिक बलों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया। राजनाथ ने कहा, इस बारे में ठोस और निष्कर्षात्मक संकेत हैं कि उरी हमले को अंजाम देने वाले उच्च प्रशिक्षित तथा विशेष हथियारों से लैस थे। गृह मंत्री ने कहा कि इस आतंकी घटना के पीछे शामिल लोगों को कानून के दायरे में लाया जाएगा। सिंह ने कहा कि वह आतंकी हमले और 17 सैनिकों के शहीद होने से बहुत अधिक दुखी हैं। उन्होंने कहा, मैं शहीद सैनिकों के परिजन के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। घायल लोगों के जल्द ठीक होने के लिए प्रार्थना कर रहा हूं।