आतंकवाद के मुद्दे पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर पाकिस्तान पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को आतंकवाद पर लगाम लगानी चाहिए, नहीं तो कोई भी इसे टुकड़ों में तोड़ने से नहीं रोक सकेगा।
राजनाथ ने ट्वीट कर कहा, “पाकिस्तान में सिंधी समुदाय, सिक्ख समुदाय, बलूची समुदाय और अन्य अल्पसंख्यक समुदाय के साथ क्या हो रहा है यह बात आज दुनिया से छिपी नही है। जो पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन में मानवाधिकार के उल्लंघन की बात उठा रहा है वह स्वयं अपने देश के अंदर झांक कर देखे।”
सिंह ने कहा, “हमारे पड़ोसी को अपनी आतंकवाद की नीति छोड़ देनी चाहिए नहीं तो एक दिन उसे मजबूरन छोड़नी पड़ेगी क्योंकि यदि उसकी नीतियां यदि नहीं बदलीं तो उसे खंड-खंड होने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकेगी।”
पाकिस्तान में लंबे समय से हो रहा मानवाधिकारका उल्लंघन
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में लम्बे समय से वहां पर मानवाधिकार के उल्लंघन का सिलसिला चल रहा है। जो लोग बंटवारे के बाद पाकिस्तान गये उन्हें आज भी वहां पर मुहाजिर कहकर अपमानित किया जाता है। जबकि भारत में सभी लोग सुरक्षित और सम्मानित महसूस करते हैं।
रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत में सभी मजहब के लोग शांति से एक दूसरे से मिल जुलकर रहे हैं, यह बात पाकिस्तान को रास नही आती। अल्पसंख्यक समुदाय भी यहां सुरक्षित महसूस करता है। अल्पसंख्यक समुदाय यहां हमेशा सुरक्षित था, सुरक्षित है और आगे भी रहेगा।
पाक कर रहा यूएन को गुमराह
राजनाथ ने पाकिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि जिस पाकिस्तान में सारी अल्पसंख्यक समुदाय अपनी सलामती को लेकर चिंतित रहती हैं उसके मुंह से मानवाधिकार की बातें अच्छी नहीं लगती। धारा 370 के समाप्त करने के भारत के फ़ैसले को वह पचा नहीं पा रहा है और उसने यूएन को भी गुमराह करने की कोशिश की है।