देश भर में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण के ट्रायल शुरू हो गये है। इसके अंतर्गत अलग-अलग स्थानों में भारत बॉयोटेक और आईसीएमआर द्वारा तैयार की गई वैक्सीन लोगों को लगाई जा रही है। मध्य प्रदेश में ट्रायल के लिए भोपाल को चुना गया है। यहां अभी तक केवल 45 लोगों को ही वैक्सीन लग पाई है। बड़ी संख्या में लोग ट्रायल के लिए रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद पीछे हट रहे है। दूसरी ओर अलीगढ में इसी दौरान 800 से अधिक लोगों को वैक्सीन लग चुका है।
भोपाल के एक निजी मेडिकल कॉलेज में वैक्सीन के ट्रायल चल रहे है। इसके अंतर्गत कुल 2000 लोगों को यह वैक्सीन लगाई जानी है। देश भर में पिछले छह दिनों से यह ट्रायल शुरू हुआ है। अभी तक सबसे कम भोपाल में केवल 45 लोगों को यह लगाई गई है। हालात की गंभीरता का अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री को लोगों से अपील करनी पड़ रही
है कि लोग आगे आकर इसमें मदद करें।
इसी कॉलेज में ट्रायल शुरू होने से पहले 100 से अधिक लोगों ने पंजीकरण कराया था किन्तु बाद में बहुत से लोगों ने लगवाने से मना कर दिया और नये लोग आगे नहीं आ रहे है। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि ट्रायल के लिए लोगों को बड़ी संख्या में आगे आना चाहिए, जिससे जल्द से जल्द इसको खत्म किया जा सके। इसके अलावा भोपाल के सरकारी मेडिकल कॉलेज को भी जल्द ही ट्रायल की अनुमति मिलने वाली है। इसके बाद ट्रायल की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हो सकती है।