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आदित्य एल1 मिशन पर पीएम मोदी ने खुशी जताई, इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने दिया ये अपडेट

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को श्रीहरिकोटा में स्थाई सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से...
आदित्य एल1 मिशन पर पीएम मोदी ने खुशी जताई, इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने दिया ये अपडेट

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शनिवार को श्रीहरिकोटा में स्थाई सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से देश का पहला सूर्य मिशन आदित्य एल1 लॉन्च किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो को बधाई देते हुए कहा कि इसी के साथ भारत ने अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। बहरहाल, इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने मिशन पर ताज़ा अपडेट भी दिया है।

गौरतलब है कि लॉन्च के बाद आदित्य एल-1 सैटेलाइट को अलग कर दिया गया है। पीएसएलवी सी-57 मिशन आदित्य एल-1 पूरा हुआ। पीएसएलवी सी-57 ने आदित्य एल-1 उपग्रह को वांछित मध्यवर्ती कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई दी। उन्होंने ट्वीट कर कहा, "चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारत ने अपनी अंतरिक्ष यात्रा जारी रखी है। भारत के पहले सौर मिशन, आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण के लिए इसरो के हमारे वैज्ञानिकों और इंजीनियरों को बधाई।"

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे लिखा, "संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए ब्रह्मांड की बेहतर समझ विकसित करने के लिए हमारे अथक वैज्ञानिक प्रयास जारी रहेंगे।"

आदित्य एल-1 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने ताज़ा अपडेट दिया और कहा, ''आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान को एक अण्डाकार कक्षा में स्थापित किया गया है, जिसका पीएसएलवी द्वारा बहुत ही सटीक तरीके से पता लगाया गया है। मैं आज आदित्य एल1 को सही कक्षा में स्थापित करने के लिए इस तरह के एक अलग मिशन दृष्टिकोण के लिए पीएसएलवी को बधाई देना चाहता हूं।"

इसरो के सूर्य मिशन आदित्य-एल1 के सफल प्रक्षेपण पर इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने कहा, "पीएसएलवी एक्सएल ने हमेशा की तरह अपना काम किया है। यह एक बहुत ही सटीक प्रक्षेप पथ था और इसे पृथ्वी की कक्षा के चारों ओर ले जाया गया था। यहां से मोटरों को चलाने की सही दिशा और बाद में लैग्रेंजियन बिंदु तक अपनी यात्रा शुरू करने के लिए दोनों अंतरिक्ष यान पर थ्रस्टर्स के संचालन के लिए आदेश जारी किए जाएंगे।"

इससे पहले, इसरो के आदित्य एल1 अंतरिक्ष यान को कवर करने वाला पेलोड पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर निकलते ही अलग हो गया है। फिलहाल इसरो के अनुसार तीसरा चरण अलग कर दिया गया है। पीएसएलवी के पृथक्करण का तीसरा चरण पूरा हो गया। इस मौके पर केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) शार, श्रीहरिकोटा में मिशन नियंत्रण केंद्र में उपस्थित रहे।

बता दें कि मिशन के प्रमुख उद्देश्यों में कोरोनल हीटिंग और सौर पवन त्वरण को समझना, कोरोनल मास इजेक्शन की शुरुआत, और निकट-पृथ्वी अंतरिक्ष मौसम और सौर पवन वितरण को समझना शामिल है। सूर्य अभियान इसरो के सफल चंद्रमा मिशन, चंद्रयान 3 के ठीक बाद शुरू होने जा रहा है। 23 अगस्त को भारत का चंद्रयान 3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग करने में कामयाब रहा था।

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