पहलगाम आतंकी हमले को लेकर वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के एक बयान ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। अय्यर ने कहा कि इस हमले में पाकिस्तान की भूमिका का "कोई ठोस सबूत नहीं है"। उनके इस बयान को लेकर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत सेना, सुरक्षा बल और देश की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया है।
अय्यर का कहना था, "जब तक हमारे पास पक्के सबूत न हों, तब तक किसी देश पर आरोप लगाना ठीक नहीं। मैंने कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं देखी है जिससे कहा जा सके कि पाकिस्तान इसके पीछे है।" उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस तरह के आरोप द्विपक्षीय संबंधों को नुकसान पहुंचाते हैं।
भाजपा ने तुरंत पलटवार करते हुए अय्यर को ‘पाकिस्तान प्रेमी लॉबी’ का हिस्सा बताया और कहा कि कांग्रेस जानबूझकर ऐसे चेहरों को आगे लाती है जो पाकिस्तान का बचाव करें और भारत की सुरक्षा एजेंसियों की मेहनत पर सवाल उठाएं। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, "यह वही अय्यर हैं जिन्होंने 2015 में पाकिस्तान जाकर कहा था कि मोदी को हटाइए, तभी बातचीत होगी। अब फिर वही सुर। यही है कांग्रेस का असली चेहरा, यही है ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सोच।"
गौरतलब है कि 19 जुलाई को हुए पहलगाम हमले में सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया गया था, जिसमें कुछ जवान घायल हुए थे। प्रारंभिक जांच में कुछ संदिग्ध कड़ियां पाकिस्तान से जुड़ी हुई बताई जा रही थीं, हालांकि जांच अभी जारी है।
यह पहला मौका नहीं है जब मणिशंकर अय्यर के बयान ने कांग्रेस को मुश्किल में डाला हो। इससे पहले भी ‘नीच आदमी’ वाला बयान, और पाकिस्तान के प्रति सहानुभूति जताने वाली टिप्पणियों के कारण पार्टी को राजनीतिक नुकसान उठाना पड़ा है।
अब देखना यह होगा कि कांग्रेस पार्टी इस बयान से खुद को अलग करती है या चुप्पी साधे रखती है, और क्या भाजपा इसे चुनावी मुद्दा बनाकर जनता के सामने पेश करेगी।