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पीएम मोदी विकास में तेजी के लिए चाहते हैं कौशल विकास

गरीबों के सशक्तिकरण की पैरवी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कुशल युवक खुद को गरीबी से बाहर निकाल सकते हैं और विकास को तेजी प्रदान कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि पर्यावरण पर्यटन की अपार संभावना वाले छत्तीसगढ़ जैसे राज्य अपने विकास के लिये थोड़ी-बहुत पूंजी निवेश कर रोजगार सृजन कर सकते हैं।
पीएम मोदी विकास में तेजी के लिए चाहते हैं कौशल विकास

छत्तीसगढ़ की 16 वीं वर्षगांठ समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि गरीब युवक पर्याप्त अवसर, प्रशिक्षण, कौशल एवं औजारों की मदद से खुद एवं अन्य को गरीबी से बाहर निकाल सकते हैं। कौशल को अपनी मेक इन इंडिया पहल से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि पर्याप्त कौशल वाले लोग देश की अर्थव्यवस्था को तेजी प्रदान करने में मदद पहुंचा सकते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा, हमारी सरकार का पूरा जोर गरीबों के उत्थान पर है। जंगल सफारी का उद्घाटन करने के बाद इस अवधारणा की सराहना करते हुए उन्हाेंने कहा कि पर्यावरण पर्यटन की संभावना वाले राज्य काफी लोगों को रोजगार प्रदान करने में मदद कर सकते हैं। आॅटो रिक्शा, फल विक्रेता और चायवाले जैसे अन्य अपनी आय बढ़ा सकते हैं।

उन्होंने कहा कि औद्योगिक इकाई लगाने से आवश्यक पूंजी से काफी कम पूूंजी निवेश वाले जंगल सफारी का निर्माण छत्तीसगढ़ जैसे छोटे राज्यों के लिए धन कमाई का बड़ा स्रोत हो सकता है। केंद्र द्वारा शुरू की गयी नयी फसल बीमा योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि को और व्यवहारिक बनाने की जरूरत है ताकि जमीन का एक छोटा टुकड़ा भी अधिक उपज दे सके। किसानों की उपज में मूल्य संवर्धन उनकी आय बढ़ाने मेें मदद पहुंचाने वाला दूसरा तरीका है।

केंद्र-राज्य संबंध के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सहयोगपरक संघवाद में यकीन करती है जहां राज्य नयी योजनाएं लागू करने में एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर सकें। केंद्र विकास के लिए धन देने में राज्यों के बीच भेदभाव नहीं करेगी। भाषा एजेंसी 

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