प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए गुजरात के सोमनाथ में कई परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि आतंक का अस्तित्व अधिक समय तक नहीं रह सकता, कुछ समय तक ताकत के बल पर सत्ता हथिया सकता है, लेकिन उसका टिके रहना मुश्किल होता है।
पीएम मोदी ने कहा कि इस मंदिर को सैकड़ों सालों के इतिहास में कितनी ही बार तोड़ा गया, यहां की मूर्तियों को खंडित किया गया, इसका अस्तित्व मिटाने की हर कोशिश की गई। लेकिन इसे जितनी भी बार गिराया गया, ये उतनी ही बार उठ खड़ा हुआ।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "आज मुझे समुद्र दर्शन पथ, सोमनाथ प्रदर्शन गैलरी और जीर्णोद्धार के बाद नए स्वरूप में जूना सोमनाथ मंदिर के लोकार्पण का सौभाग्य मिला है। साथ ही आज पार्वती माता मंदिर का शिलान्यास भी हुआ है।"
उन्होंने कहा, "आज मैं लौह पुरुष सरदार पटेल जी के चरणों में भी नमन करता हूं जिन्होंने भारत के प्राचीन गौरव को पुनर्जीवित करने की इच्छाशक्ति दिखाई। सरदार साहब, सोमनाथ मंदिर को स्वतंत्र भारत की स्वतंत्र भावना से जुड़ा हुआ मानते थे।"
उन्होंने कहा कि पश्चिम में सोमनाथ और नागेश्वर से लेकर पूरब में बैद्यनाथ तक, उत्तर में बाबा केदारनाथ से लेकर दक्षिण में भारत के अंतिम छोर पर विराजमान श्री रामेश्वर तक, ये 12 ज्योतिर्लिंग पूरे भारत को आपस में पिरोने का काम करते हैं।
पीएम ने अन्य योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि देश में लगभग 40 बड़े तीर्थ स्थानों को विकसित किया जा रहा है, जिनमें 15 परियोजनाओं पर काम को पूरा कर लिया गया है। गुजरात में भी 100 करोड़ रुपए से ज़्यादा के तीन प्रोजेक्ट पर प्रसाद योजना के तहत काम चल रहा है।
उन्होंने कहा कि देशभर में 19 प्रतिष्ठित पर्यटन स्थलों की पहचान कर उन्हें विकसित किया जा रहा है। ये सभी प्रोजेक्ट आने वाले समय में हमारे पर्यटन क्षेत्र को ऊर्जा देंगे।