जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से आतंकी हमले की आशंका को देखते हुए अमरनाथ यात्रियों को जल्द से जल्द घाटी छोड़ने की एडवाइजरी जारी की गई है। कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए प्रशासन की ओर से जारी एडवाइजरी के बाद यहां सियासत भी तेज हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला, पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने इस पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि कश्मीर में खौफ का माहौल बन चुका है। वहीं मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में आज जम्मू-कश्मीर पॉलिसी प्लानिंग ग्रुप ऑफ कांग्रेस की बैठक भी हुई।
पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट करते बताया कि श्रीनगर की सड़कों पर पूरी अव्यवस्था फैल गई है। लोग एटीएम, पेट्रोल पंपों और जरूरी सामान लेने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या भारत सरकार को सिर्फ यात्रियों की सुरक्षा की फिक्र है जबकि कश्मीरियों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया है।
हमने अमरनाथ यात्रा को रद्द करने जैसी स्थिति पैदा नहीं होने दी थी: उमर अब्दुल्ला
सूबे के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने कहा कि हमने कभी ऐसी स्थिति को विकसित नहीं होने दिया, जहां अमरनाथ यात्रा को रद्द करना पड़ा हो, पर्यटकों को बाहर निकालना पड़ा या घाटी की सड़कों पर घबराहट का माहौल पैदा किया गया हो।
अफवाह ना फैलाएं: डीसी कश्मीर
कश्मीर की सड़कों पर फैली अव्यवस्था के माहौल के बीच कश्मीर के डिविजनल कमिश्नर बसीर खान ने स्थानीय लोगों से अपील की है कि लोग ऐसी अफवाहों को मत फैलाएं। बसीर अहमद खान के मुताबिक जिले के किसी भी स्कूल को बंद नहीं किया गया है। उन्होंने लोगों से किसी भी अफवाहों पर विश्वास न करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि विश्वसनीय जानकारी के लिए लोगों को अपने संबंधित उपायुक्तों से संपर्क करना चाहिए।
क्या है मामला
जम्मू-कश्मीर प्रशासन में सुरक्षा कारणों के चलते अमरनाथ यात्रा को रोक दिया है। इसको लेकर एक एजवाइजरी भी जारी की गई है। वहीं हाल ही में केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में अतिरिक्त सुरक्षाबलों की तैनाती भी की है।