राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी तीन दिनों के उत्तराखंड प्रवास पर आज देहरादून पहुंचे। देवभूमि पहुंचने के बाद मुखर्जी ने राजपुर रोड स्थित प्रेसीडेंट बॉडीगार्ड में जीर्मोद्धार किए गए राष्ट्रपति आशियाना भवन का उद्घाटन किया। उत्तराखंड के राज्यपाल डा. कृष्णकांत पाल और राज्य के कई वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में मुखर्जी ने आशियाना परिसर में रूद्राक्ष का एक पौधा भी लगाया। उसके बाद उन्होंने जीर्णोद्धार किए गए आशियाना भवन का मुआयना किया। इस इमारत का निर्माण मूल रूप से राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड के कमांडेंट बंगले के लिए किया गया था और पिछले कई सालों से उसका कोई उपयोग नहीं हो रहा था। लेकिन अब मुखर्जी की पहल पर उसका जीर्णोद्धार किया गया है। इससे पहले, राष्ट्रपति के जौलीग्रांट हवाई अड्डा पहुंचने पर राज्यपाल पाल, मुख्यमंत्री हरीश रावत, मुख्य सचिव शत्रुघ्न सिंह और पुलिस महानिदेशक एम ए गणपति ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
दिवंगत राष्ट्रपति के आर नारायणन आशियाना भवन में ठहरने वाले अंतिम राष्ट्रपति थे जो मार्च, 1998 में यहां रूके थे। राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड के कमांडेंट के लिए यह बंगला 1920 में बनाया गया था। वर्ष 1975-76 में इस बंगले का जीर्णोद्धार कर इसे तत्कालीन राष्ट्रपति फखरूद्दीन अली अहमद के लिए गर्मियों के प्रवास हेतु शिमला के विकल्प के रूप में आशियाना भवन का रूप दे दिया गया। अपने पूरे प्रवास के दौरान आशियाना भवन में ही रहने वाले राष्ट्रपति मुखर्जी रात्रि में राज्यपाल पाल द्वारा उनके सम्मान में दिए जाने वाले रात्रिाभोज में शामिल होंगे जिसमें शहर के चुनिंदा गणमान्य व्यक्ति भी हिस्सा लेंगे। बुधवार की सुबह मुखर्जी रूद्रप्रयाग जिले में स्थित भगवान शिव के धाम केदारनाथ जाएंगे जहां से वह दोपहर बाद वापस देहरादून आ जाएंगे। 29 सितंबर को राष्ट्रपति हरिद्वार जाएंगे जहां वह गंगा आरती देखने के बाद नई दिल्ली लौट जाएंगे।
राष्ट्रपति बनने और वर्ष 2013 में आई प्राकृतिक आपदा के बाद मुखर्जी का यह पहला केदारनाथ दौरा है। हालांकि, वह इस वर्ष जून में भी बाबा केदारनाथ के दर्शन के लिए गए थे लेकिन खराब मौसम के कारण वहां उनका हेलीकाप्टर नहीं उतर पाया था। अप्रैल, 2015 में भी राष्ट्रपति का प्रस्तावित केदारनाथ दौरा उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित मंदिर क्षेत्र में भारी बर्फबारी के चलते रद्द हो गया था। राष्ट्रपति के दौरे के मद्देनजर पूरे शहर में सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद कर दी गई है। पीएसी और अग्निशमन विभाग के कर्मियों समेत 2400 पुलिसकर्मियों को तैनात कर दिया गया है।