राष्ट्रपति ने कहा कि यह एक गौरवशाली भविष्य, उत्कृष्टता की भावना और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई पहलों ‘मेक इन इंडिया’ एवं ‘डिजिटल इंडिया’ के जरिए उपलब्धि एवं अभूतपूर्व निवेश अवसर के विजन को प्रदर्शित करता है। यह मेला आर्थिक सुधार के लाभों को समाज के सभी वर्गो, विशेष रूप से, वंचित वर्गों के लोगों तक पहुंचाने की भारत की प्रतिबद्धता का प्रतीक है। राष्ट्रपति ने आईटीपीओ को इस वर्ष की थीम ‘डिजिटल इंडिया’ के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि डिजिटल प्रौद्योगिकियां ई-कॉमर्स, ई-इनेबल्ड एवं मोबाइल सेवाएं ई-शासन के बड़े घटक हैं और समय गुजरने के साथ जीडीपी विकास में उल्लेखनीय रूप से योगदान देंगे। उन्होने कहा कि इसके साथ-साथ हमें एक ऐसे समाज की स्थापना के लिए, जो आत्मनिर्भर है और वर्तमान तथा भविष्य की पीढ़ियों की दिशा में अपनी जिम्मेदारियों के प्रति सजग है, अपने प्रचुर नवीकरणीय स्रोतों का उपयोग करने की भी आवश्यकता है।
राष्ट्रपति ने भारत और विदेशों के, विशेष रूप से ‘साझीदार देश’ दक्षिण कोरिया तथा ‘फोकस देश’ ‘बेलारूस’ के सभी सहभागियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस वर्ष आईआईटीएफ के लिए ‘साझीदार राज्य’ मध्य प्रदेश एवं झारखंड तथा ‘फोकस राज्य’ हरियाणा इस वर्ष मेले द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले अवसरों का पूरा लाभ उठाएंगे। उन्होने कहा कि उन्हें भरोसा है कि इस मेले के 36वें संस्करण के दौरान निवेशकों, विनिर्माताओं एवं रिटेलरों के बीच व्यवसाय एवं अभिसरण और सामंजस्य को बढ़ावा मिलेगा। उम्मीद है कि यह मेला ‘डिजिटल इंडिया’, ‘मेक इन इंडिया’ एवं स्वच्छ भारत अभियानों के प्रति एक बेहतर समझ और जागरूकता का भी सृजन करेगा।