राष्ट्रपति ने कहा, "जब हम अखबार में पढ़ते हैं या टीवी पर देखते हैं कि एक आदमी को भीड़ ने पीट दिया है। जब भीड़ का पागलपन इस हद तक बढ़ जाये कि उसे रोका ही न जा सके, हमें रुक कर सोचना होगा कि क्या हम अपने देश के मूल्यों के प्रति जागरुक हैं।"
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि ऐसे मामले बहुत बढ़ जाएं तो हमें उसे रोकना चाहिए, क्या हम इसके लिए तैयार हैं। वक्त आ गया है जब हम देखें कि क्या हम इसे लेकर पूरी तरह सतर्क हैं। उन्होंने कहा, "मैं जागरूकता की बात नहीं कर रहा हूं, मैं ये कह रहा हूं कि क्या हम देश के मूल सिद्धांतों को बचाने के लिए पूरी तरह से सतर्क हैं।"
मुखर्जी ने यह बयान शनिवार को नेशनल हेराल्ड न्यूजपेपर के कॉम्मेमोरिटव एडिशन (स्मारक संस्करण) के विमोचन कार्यक्रम में दिया ।
गौरतलब है कि हाल ही में उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, गुजरात और मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों में कथित गौ रक्षकों द्वारा लोगों को बुरी तरह पीटे जाने की खबरें आई थी। जिसमें कई लोगों की जानें भी गई।