शनिवार को राजघाट के पास स्थित ‘गांधी दर्शन’ में हुए आरएसएस (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) के कार्यक्रम की चर्चा जोरों पर है। ऐसे तो आरएसएस देशभर में कई आयोजन कराता है, लेकिन इस बार कार्यक्रम से कहीं ज्यादा उसके आयोजनस्थल को लेकर सवाल उठ रहे हैं।
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गांधी दर्शन में आरएसएस का कार्यक्रम तो हुआ ही साथ ही इस दौरान भगवा ध्वज फहराया गया और संघ की प्रार्थना भी हुई।
क्यों उठ रहे सवाल?
दरअसल, महात्मा गांधी के समाधिस्थल राजघाट के पास स्थित ‘गांधी दर्शन’ में केवल राष्ट्रपिता की विचारध्ाारा से संबंधित कार्यक्रम ही होते हैं। द इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, गांधी दर्शन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि संघ ने उनसे लगभग एक महीने पहले संपर्क किया था। लेकिन वे महात्मा गांधी से जुड़े कार्यक्रमों के लिए ही भवन किराए पर देते हैं इसलिए उन्होंने आयोजकों से कार्यक्रम का ब्योरा मांगा पर उन्होंने अब तक कोई जानकारी नहीं दी।
कौन-कौन हुए शामिल?
इस कार्यक्रम का आयोजन संघ परिवार की संस्था प्रज्ञा प्रवाह ने किया था। इसके संयोजक संघ के वरिष्ठ प्रचारक जे नंदकुमार हैं। कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, संघ के सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरलीमनोहर जोशी, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री राम माधव और संघ से जुड़े विचारक राकेश सिन्हा उपस्थित थे। इसके अलावा लगभग 100 लोगों ने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया।