साल 2016 में अनजाने में पाकिस्तान की सीमा में जाने वाले जवान चंदू चव्हाण ने सेना पर लगातार उसका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वह इस्तीफा देने जा रहे हैं। वहीं सेना ने भी चंदू द्वारा लगाए गए उत्पीड़न के आरोपों पर जवाब दिया है। भारतीय सेना ने चंदू के बारे में कहा है कि वह लगातार दोषी रहे हैं और अक्सर उल्लंघन करते रहे हैं। उन पर पांच अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही हैं, जो उनके खिलाफ विभिन्न अपराधों के लिए शुरू की गई हैं।
चंदू चव्हाण ने कहा, “जब से मैं पाकिस्तान से लौटा हूं लगातार सेना की ओर से उत्पीड़न किया जा रहा है और मुझे संदिग्ध दृष्टि से देखा जाता है, इसलिए मैंने सेना छोड़ने का फैसला किया है।”
जवान चंदू चव्हाण साल 2016 में गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे, जहां उन्हें कई महीनों तक कैद रखा गया और यातनाएं दी गईं। लेकिन चंदू ने सेना पर ही उसका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए सेना छोड़ने का फैसला कर लिया।
उनके करीबी सूत्रों ने कहा कि चव्हाण ने अहमदनगर में अपने यूनिट कमांडर को अपना त्याग पत्र भेजा है ।
सेना का जवाब
सेना ने चंदू के बारे में कहा है कि वह लगातार दोषी रहे हैं और अक्सर उल्लंघन करते रहे हैं। उन पर पांच अनुशासनात्मक कार्यवाही चल रही हैं, जो उनके खिलाफ विभिन्न अपराधों के लिए शुरू की गई हैं। भारतीय सेना ने आगे कहा, 'कई बार काउंसलिंग और भारतीय सेना द्वारा उसके पुनर्वास के प्रयास भी उसके भावुक और शिकायती लहजे के चलते बेकार ही गए। सेना किसी भी परिस्थिति में इस प्रकृति की अनुशासनहीनता को स्वीकार नहीं करेगी।'
अपने बयान में सेना ने कहा कि उसे चव्हाण के खिलाफ धुले नागरिक प्रशासन से पिछले आम चुनाव के दौरान "सक्रिय रूप से प्रचार" करने के लिए शिकायत मिली थी जो मीडिया में रिपोर्ट की गई थी।
क्या है मामला?
गौरतलब है कि साल 2016 में जब भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी तो उसके फौरन बाद ही चंदू चव्हाण भारतीय सीमा पार कर गलती से पाकिस्तान में प्रवेश कर गए। यहां उन्हें चार महीने कैद में रखा गया और खूब यातनाएं दी गईं। जिसके बाद अब चंदू ने भारतीय सेना पर ही उसका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए सेना छोड़ने का फैसला कर लिया।
सड़क हादसे में घायल है चंदू
पिछले महीने चव्हाण सड़क हादसे में घायल हो गए थे। उनके चेहरे और खोपड़ी में गंभीर चोटें आई हैं। चार दांत भी टूट गए हैं। भौंह, ओंठ पर भी चोटें आई है और अभी भी वह अस्पताल में भर्ती है। यह हादसा सड़क पर गड्ढे की वजह से तब हुआ जब वह मोटरसाइकिल से अपने गृहनगर बोहरीवीर जा रहे थे। हेलमेट नहीं पहने होने की वजह से अधिक चोटें आईं।