मिली जानकारी के अनुसार, रेडियोएक्टिव रिसाव से एयरपोर्ट पर मौजूद यात्रियों की आंखों से पानी आने लगा। प्रभावित यात्रियों को तुरंत चिकित्सा मुहैया कराई गई। एेहतियात के तौर पर कार्गो परिसर को खाली करा दिया। हवाई अड्डे अधिकारियों ने बताया कि लीक हुआ पदार्थ एक मल्टी स्पेशलिटी हाॅस्पिटल ने चिकित्सा के मकसद से लाया गया था। जिन पैकेटों में यह सामग्री थी, उन पर क्लास-2 तरल पदार्थ और सोडियम रसायन तत्व लिखा है। हवाई अड्डे का संचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एक बयान जारी कर कहा कि रिसाव या विकिरण से किसी भी यात्री को कोई खतरा नहीं है क्योंकि जहां रिसाव हुआ है वह क्षेत्र यात्री टर्मिनलों से काफी दूर है। रेडियोएक्टिव लीकेज की खबर मिलते ही एनडीआएफ की टीम मौके पर पहुंच गई थी और रिसाव वाली जगह की पूरी घेराबंदी कर दी।
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिहं ने कहा कि घबराने की कोई बात नहीं है। रेडियोएक्टिव पदार्थ का लीकेज रोक दिया गया है। ताजा जानकारी के अनुसार, कार्गो टर्मिनल पर निर्यात संचालन सामान्य रुप से चल रहा है लेकिन आयात संचालन अस्थायी तौर पर रोका गया है। कस्टम अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा मंजूरी मिलने तक हवाई अड्डे से माल ढुलाई रोकी गई और कर्मचारियों को वहां से हटा दिया गया।
एईआरबी का रेडियोएक्टिव रिसाव से इन्कार
एक ओर जहां एनडीआरएफ की कथित रेडियोधर्मी रिसाव पर काबू पाने के लिए जूझती रही और गृह मंत्री को भी इस पर बयान देना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ, परमाणु उर्जा नियामक बोर्ड (एईआरबी) और दिल्ली सरकार ने एयरपोर्ट पर रेडियोएक्टिव विकिरण की बात को सिरे से खारिज कर दिया है। एईआरबी उपाध्यक्ष आर. भट्टाचार्य ने कहा, घटनास्थल पर जांच के बाद हम पुष्टि कर सकते हैं कि कोई रेडियोधर्मी रिसाव नहीं हुआ है। एक खेप पर रिसाव दूसरे खेप से हुआ था। यह कोई जैविक द्रव था। इससे तुर्की से आई खेप गीली हो गई। भट्टाचार्य के मुताबिक, रिसाव वाला पदार्थ सोडियम आयोडीन 131 है जो एक परमाणु औषधि है। गौरतलब है कि सोडियम आयोडीन 131 का इस्तेमाल हाइपरथाइरोडिज्म के उपचार में किया जाता है। नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट संजय कुमार ने भी पुष्टि की है कि हवाई अड्डे पर रेडियोधर्मी सामग्री का कोई रिसाव नहीं हुआ।
एयरपोर्ट अब विकिरणमुक्त
इससे पहले एडीआरएफ प्रमुख ओपी सिंह ने बताया कि बल की दस सदस्यीय एक टीम तुरंत अपने केंद्र से घटनास्थल पर पहुंची गई थी और पूरे क्षेत्र को विकिरणमुक्त कर दिया है। अब एयरपोर्ट पर स्थिति काबू में है।