गुहा के अनुसार भविष्य में भाजपा को इकलौती राष्ट्रीय पार्टी के तौर पर देश उभरते हुए देखेगा। विचारधारा का मसला अलग है मगर भाजपा की भूमिका भारतीय राजनीति में 1960 और 1970 के दशक के कांग्रेस की तरह होगी। इकॉनमिक टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि देश में कुछ चुनौतियां जरूर होंगी जैसे केरल मे कम्युनिस्ट्स, बंगाल में तृणमूल, तमिलनाडु में द्रविडन पार्टियां, मगर भाजपा राष्ट्रीय फलक पर हावी रहेगी। मुझे लगता है कि अगले 15-20 साल के लिए भाजपा शासन करेगी और भारतीय राजनीति की ताकत बनी रहेगी।'
कांग्रेस की वापसी से जुड़े सवाल पर गुहा ने कहा कि पिछले अनुभवों की तरह मुझे लगा था कि कांग्रेस वापसी कर सकती है लेकिन अब मेरी उलझन बढ़ती जा रही है। कांग्रेस के बाहर एक ईको चैंबर है, जहां यह भावना है कि गांधी परिवार बेकार है। राहुल गांधी उपहास के पात्र हैं और लोग उनका मजाक बनाते हैं। कांग्रेस में बुद्धिजीवी और बेहद संवेदनशील नेता हैं लेकिन वे गांधियों पर बेहद निर्भर हैं। मैं इस निर्भरता को समझ नहीं पाता।
गुहा ने कहा कि कांग्रेस भले ही अगले चुनावों में एंटी इनकंबेंसी की वजह से 44 से 70 या 100 सीट पर पहुंच जाए, लेकिन वह बड़ी ताकत फिर से नहीं बन पाएगी। राहुल गांधी को राजनीति से रिटायर हो जाना चाहिए, शादी करके परिवार बसाना चाहिए। यही उनके लिए अच्छा होगा, यही भारत के लिए अच्छा होगा। आम आदमी पार्टी और गुजरात में दलितों की एकजुटता से जुड़े सवाल पर गुहा ने कहा कि ये बेहद अहम हैं।