कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कोरोना से पीड़ित लोगों के लिए विदेशों से मिल रही सहायता के वितरण में पारदर्शिता को लेकर सवाल उठाते हुए बुधवार को कहा कि यह मदद कहां जा रही है इस बारे में सरकार को जवाब देना चाहिए।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर पूछा, “कोविड को लेकर विदेशी सहायता से जुड़े सवाल :
--भारत ने विदेशों से कितना मदद प्राप्त की?
-- कहां है वह सहायता?
-- इस मदद का लाभ किन लोगों को मिल रहा है?
--राज्यों को उसका आवंटन कैसे किया जा रहा है?
--इस काम में पारदर्शिता क्यों नहीं है?
-- भारत सरकार के पास इनका कोई जवाब है?”
इससे पहले राहुल गांधी ने कोरोना की लड़ाई में केंद्र सरकार को असफल बताते हुए कहा,
“ना वैक्सीन, ना रोज़गार,
जनता झेले कोरोना की मार,
बिलकुल फ़ेल मोदी सरकार!”
बता दें कि भारत में कोरोना की दूसरी लहर आग की तरह पूरे देश में फैल रही है। संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कई राज्यों में मेडिकल उपकरणों, बेड, ऑक्सीजन, दवाईयों की कमी के कारण कोरोना से मरने वालों का भी आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। ऐसी कठिन परिस्थितियों में दुनिया के कई देश भारत की मदद के लिए जरूरी मेडिकल सामानों की खेप उपलब्ध करा रहे हैं।
हालही में इजराइल से चिकित्सा सहायता भारत भेजी गई है। वहीं आज विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट कर बताया कि आईएनएस तलवार में 20 मीट्रिक टन के 2 लिक्विड ऑक्सीजन क्रायोजेनिक कंटेनर बहरीन से भारत लाए गए हैं। इतना ही नहीं दुनियां के कई देशों से लगातार भारत की मदद के लिए मेडिकल सामग्रियां भारत लाई जा रही है।