अमूल ने अपने मक्खन के ट्रांसपोर्टेशन के लिए रेल मंत्रालय को एक ट्वीट किया और रेल मंत्रालय ने भी हल्के-फुल्के अंदाज में उसका जवाब दिया। अब इस ट्वीट की खूब चर्चा हो रही है।
अमूल ने भारतीय रेल के अाधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पूछा कि अमूल मक्खन को ट्रांसपोर्ट करने के लिए रेफ्रिजरेटर पार्सल वैन का इंतजाम हो सकता है क्या। अमूल ने कहा कि उसकी इच्छा रेफ्रिजरेटर पार्सल वैन की है, इस पर मंत्रालय राय दे। मंत्रालय ने भी बिना समय गंवाए अमूल की टैग लाइन अटरली-बटलरी डिलेशियस को इस्तेमाल करते हुए लिखा कि भारतीय रेल अटरली-बटरली ‘डिलाइटेड’ टेस्ट ऑफ इंडिया को हर देशवासी तक पहुंचाएगा।
रेलवे मंत्रालय जहां अमूल को हर भारतवासी तक पहुंचाने का वादा कर रहा है वहीं, भोपाल शताब्दी में सूप के साथ दी जाने वाली मक्खन की छोटी टिकिया अब अमूल की नहीं बल्कि कोई दूसरी कंपनी की होती है। शताब्दी में अमूल मक्खन की टिकिया के बजाय दूसरी कंपनी का मक्खन देने पर कुछ यात्रियों ने शिकायत भी की है। हो सकता है रेल मंत्री अमूल मक्खन को घर-घर पहुंचाने के वादे के बाद रेल में भ्ाी अमूल मक्खन की दोबारा वापसी करा दें।