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पिछले साल ट्रेनों में खानपान से जुड़ी करीब 5000 शिकायतें दर्ज

लोकसभा को बुधवार को सूचित किया गया कि लंबी दूरी की और प्रीमियम टेनों में पिछले साल खानपान से संबंधित करीब 4969 शिकायतें दर्ज की गईं जिनमें एक लाइसेंस निरस्त करने के साथ ही चेतावनी देने की और अन्य कार्रवाई की गई हैं।
पिछले साल ट्रेनों में खानपान से जुड़ी करीब 5000 शिकायतें दर्ज

रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने रामटहल चौधरी के प्रश्न के उत्तर में कहा, ‘2015 में आई शिकायतों के संदर्भ में 1203 मामलों में चेतावनी जारी की गई, 2321 मामलों में जुर्माना लगाया गया और एक मामले में लाइसेंस निरस्त कर दिया गया। आईआरसीटीसी द्वारा संचालित 10 आधुनिक बेस किचन बनाने, ई-कैटरिंग की सुविधा मौजूदा 45 बड़े स्टेशनों से बढ़ाकर सभी ए और ए-। श्रेणी के स्टेशनों तक पहुंचाने आदि की घोषणा की जा चुकी है।’

सिन्हा ने कहा कि रेल में खानपान की गुणवत्ता में निरंतर सुधार हो रहा है और यात्रियों से फोन पर प्रतिक्रिया प्राप्त करने के बाद मिलने वाले आंकड़ों से भी यह स्पष्ट होता है। मंत्रालय इस दिशा में सतत प्रयास कर रहा है।

उन्होंने कहा कि रेलवे में खानपान में सुधार लाने वाले उपायों में ए और ए-। श्रेणी के स्टेशनों पर यात्री द्वारा अपनी पसंद का भोजन ऑर्डर करने के लिए अधिक विकल्प उपलब्ध कराने वाली ई-कैटरिंग सेवा शुरू करने, रेडी टू ईट भोजन की उपलब्‍धता, यात्रियों की इससे संबंधित शिकायतों का तत्काल निवारण करने और समय पर सहायता पहुंचाने के लिए केंद्रीकृत खानपान सेवा निगरानी कक्ष का संचालन आदि शामिल हैं। उन्होंने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि त्योहारों पर चलाई जाने वाली ट्रेनों की तर्ज पर विशेष ट्रेनों को संचालित करना मांग पर आधारित होता है।

सिन्हा ने इस तरह की संभावना को खारिज नहीं करते हुए कहा कि व्यस्त समय में कुछ मार्गों पर विशेष ट्रेनें चलाने के सुझाव पर ध्यान दिया जाएगा।

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