पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि उनकी जानकारी के बिना मुंबई से 36 ट्रेनें राज्य आ रही हैं। इस मामले पर उन्होंने महाराष्ट्र सरकार से बातचीत की लेकिन सूचना देर से मिली। ममता बनर्जी ने रेलवे पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपने मुताबिक ट्रेन चलाने की योजना बना रही है।
देशव्यापी लागू लॉकडाउन की वजह से देश के कई हिस्सों में प्रवासी श्रमिक बड़ी तादाद में फंसे हुए हैं। जिसके मद्देनजर केंद्र लॉकडाउन के तीसरे चरण की शुरूआत यानी 3 मई के आस-पास स्पेशल ट्रेन चलाने की मंजूरी दी थी। रेल मंत्रालय के मुताबिक अभी तक 3200 से अधिक श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जा चुकी है। ट्रेन की उपलब्धता पर्याप्त होने के बावजूद भी कई राज्य अनुमति देने में सुस्ती दिखा रहे हैं।
रेलवे 26 मई तक न भेजे श्रमिक स्पेशल ट्रेन: सीएम
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रेल मंत्रालय से चक्रवात अम्फान के मद्देनजर 26 मई तक राज्य में श्रमिक स्पेशल ट्रेनें न भेजने को कहा था। रेलवे को भेजे एक पत्र में उन्होंने कहा था कि राज्य 20-21 मई को सुपर साइक्लोन अम्फान से बुरी तरह प्रभावित हुआ है, जिससे बुनियादी ढांचे को व्यापक नुकसान हुआ है। प्रभावित जिलों में राहत और मरम्मत का काम चल रहा है, ऐसे में ट्रेनों के संचालन की इजाजत अगले कुछ दिनों तक नहीं दी सकती है। अम्फान तूफान से राज्य में 86 लोगों की मौत हो चुकी है।
गंतव्य राज्यों के अनुमति की जरूरत नहीं: एमएचए
इससे पहले कई राज्यों के श्रमिक स्पेशल ट्रेनों की अनुमति नहीं देने के बीच रेलवे ने 19 मई को कहा था कि ट्रेनों के संचालन के लिए अब गंतव्य राज्यों की अनुमति की जरूरत नहीं है। इससे पहले गृह मंत्रालय ने ट्रेन से प्रवासी मजदूरों की आवाजाही के लिए मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की थी जिसमें मंत्रालय ने राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नोडल अधिकारियों को नामित करने, फंसे लोगों को प्राप्त करने और भेजने के लिए जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए थे।