राज्यसभा में आज प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों से आंदोलन को खत्म करने की अपील की थी। जिसमें पीएम ने कहा कि एमएसपी था, है और रहेगा। किसानों से बातचीत के लिए सरकार तैयार है। मोदी की इस अपील का भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन एमएसपी पर कानून बनना चाहिए।
राकेश टिकैत ने पीएम के अपील पर टिप्पणी करते हुए एक ट्वीट भी किया जिसमें लिखा कि 'एमएसपी दो राज्यों के अलावा न था न है न रहेगा, देश को गुमराह न करे हुक्मरान।'
इसके अलावा उन्होंने आज अपने एक बयान में कहा कि भूख पर व्यापार नहीं होना चाहिए। ऐसा करने वालों को बाहर निकाल दिया जाएगा। इन बिलों को वापस लेकर एमएसपी पर कानून बनाना चाहिए। सरकार 15 संशोधन करना चाहती है, पहले उन्हें निकाल लें और फिर आगे की बात भी कर ली जाएगी। राकेश ने आगे कहा प्रधानमंत्री मोदी को अपील करनी चाहिए कि सभी सांसद अपनी-अपनी पेंशन को छोड़ दें।'
राज्यसभा में पीएम मोदी ने की थी किसानों से अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में कहा कि हमें एक बार देखना चाहिए कि कृषि परिवर्तन से बदलाव होता है कि नहीं। कोई कमी हो तो उसे ठीक करेंगे, कोई ढिलाई हो तो उसे कसेंगे। मैं विश्वास दिलाता हूं कि मंडियां और अधिक आधुनिक बनेंगी। एमएसपी है, एसएसपी था और एमएसपी रहेगा।
किसान आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसान आंदोलन पर सभी बात कर रहे हैं लेकिन सदन में किसी ने ये नहीं बताया कि किसान आंदोलन क्यों हो रहा है। आंदोलन की मूल बातों पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि 86 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से कम जमीन है। पहले छोटे किसानों को कर्जमाफी का फायदा नहीं मिलता था।