इस कार्यक्रम से पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने निवास से राजघाट जाकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद करीब 11.15 बजे कोविंद राजघाट से सीधे राष्ट्रपति भवन में जाकर प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। फिर सुबह 11.45 बजे रामनाथ कोविंद और प्रणब मुखर्जी राष्ट्रपति भवन से संसद के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके साथ प्रेसिडेंशियल बॉडी गार्ड भी थे। दोनों एक कार में संसद भवन पहुंचें, जहां उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष और संसदीय कार्य मंत्री ने दोनों की अगवानी की।
12 बजकर 15 मिनट पर शपथ ग्रहण करने के बाद नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को अपना भाषण देने के लिए आमंत्रित किया। देश के 14वें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शपथ ग्रहण के बाद लोगों को अपने राष्ट्रपति चुने जाने पर आभार जताते हुए कहा, 'मैं छोटे से गांव से आया हूं.. मैं मिट्टी के घर में पला-बढ़ा हूं.. मुझे राष्ट्रपति का पद सौंपने के लिए धन्यवाद।
शपथ ग्रहण के बाद रामनाथ कोविंद ने कहा कि मैं सेंट्रल हॉल में पुरानी यादें ताजा हो गईं। सेंट्रल हॉल में मैंने विचार-विमर्श किया। कई बार विचारों से सहमत होते तो कभी असहमत। विचारों का सम्मान करना इसी सेंट्रल हॉल में सीखा है। उन्होंने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी। मैं पूरी विनम्रता के साथ ये पद ग्रहण कर रहा हूं।
अपने भाषण में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विचारों का सम्मान लोकतंत्र की खूबी है। हमारी विविधता ही हमें महान बनाता है। हम बहुत अलग हैं, लेकिन फिर भी एक है और एकजुट हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी सेना, पुलिस और किसान, वैज्ञानिक, शिक्षक, युवा और महिलाएं राष्ट्र की निर्माता हैं।
राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हम अनेकता के बावजूद एकजुट और एक हैं। उन्होंने कहा, विविधता हमारे देश की ताकत है। इस दौरान राष्ट्रपति ने कहा, डिजिटल राष्ट्र विकास की ऊंचाई पर ले जाएगा। अपने भाषण में रामनाथ कोविंद ने कहा कि पूरे विश्व में भारत का महत्व, विश्व समुदाय अंतरराष्ट्रीय समस्याओं के लिए हमारी ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि हम एक हैं और एक ही रहेंगे। एक-दूसरे के विचारों का सम्मान करना लोकतंत्र की खूबसूरती है। उन्होंने कहा, ‘मैं पूरी विनम्रता के साथ इस पद को स्वीकार करता हूं’।
इस समारोह में राज्य सभा के सभापति, प्रधानमंत्री, भारत के मुख्य न्यायाधीश, लोक सभा अध्यक्ष, मंत्री परिषद के सदस्य, राज्यपालगण, मुख्यमंत्रीगण, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्यगण और भारत सरकार के प्रमुख असैनिक और सैनिक अधिकारी सेंट्रल हॉल में शामिल रहे। शपथ ग्रहण समारोह में रामनाथ कोविंद के परिवार के 11 सदस्य भी शामिल हुए।
समारोह में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और सांसद शामिल हुए। समारोह के बाद प्रणब मुखर्जी नए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को राष्ट्रपति भवन तक छोड़ने जाएंगे। प्रेसिडेंट के सेरिमोंनियल गार्ड और बग्घी पर सवार होकर दोनों राष्ट्रपति भवन पहुचेंगे। इसके बाद प्रेसिडेंट बॉडी के नेतृत्व में राष्ट्रपति भवन के प्रांगण फॉर कोर्ट में भव्य गार्ड ऑफ ऑनर होगा, जहां पूरी केबिनेट नए राष्ट्रपति की अगवानी करेगी और 21 तोपों की सलामी देगी। यहीं पर देश के 14वां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपना कार्यभार संभालेंगे। इस पूरे कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रणब मुखर्जी को उनके नए आवास 10 राजाजी मार्ग तक छोड़ने जाएंगे।