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रॉबर्ट वाड्रा दोबारा ईडी के सामने हुए पेश, लंच से पहले दो घंटे तक चली पूछताछ

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा गुरुवार को दोबारा प्रवर्तन निदेशालय...
रॉबर्ट वाड्रा दोबारा ईडी के सामने हुए पेश, लंच से पहले दो घंटे तक चली पूछताछ

कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के पति रॉबर्ट वाड्रा गुरुवार को दोबारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) में पेश हुए। वह 11.25 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे। दूसरे दिन लंच से पहले रॉबर्ट वाड्रा से करीब 2 घंटे तक पूछताछ हुई। वाड्रा लंच के बाद एक बार फिर ईडी दफ्तर पहुंचे हैं। ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को जयपुर में पेश होने को कहा है। वाड्रा का ईडी के जयपुर दफ्तर में 12 फरवरी को पेश होना होगा।

इससे पहले बुधवार को भी शाम चार बजे वह ईडी के दफ्तर गए थे। जहां से वे रात 10 बजे बाहर निकले। ईडी के अधिकारियों ने विदेशों में बेनामी संपत्तियों को लेकर रॉबर्ट से करीब 6 घंटे तक सवाल पूछे। शहर की एक अदालत द्वारा कुछ दिन पहले ही उन्हें केंद्रीय जांच एजेंसी के समक्ष पेश होने के लिये कहा गया था।

कल वाड्रा की पत्नी प्रियंका गांधी सफेद टोयोटा लैंड क्रूजर गाड़ी में रॉबर्ट के साथ मध्य दिल्ली के जामनगर हाउस स्थित एजेंसी के दफ्तर के बाहर तक उनके साथ थीं। इस कदम को लोकसभा चुनावों से पहले कांग्रेस विरोधियों के लिये राजनीतिक संदेश के तौर पर देखा जा रहा है। इसके कुछ समय बाद ही प्रियंका ने अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश के प्रभारी का पदभार संभाला। उन्हें 23 जनवरी को इस पद के लिये नामित किया गया था।

मैं अपने परिवार के साथ खड़ी हूं: प्रियंका

अपने पति से ईडी द्वारा पूछताछ किये जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में प्रियंका ने वाड्रा के प्रति समर्थन जताते हुए कहा, “वह मेरे पति हैं, वह मेरा परिवार हैं... मैं अपने परिवार के साथ खड़ी हूं।” अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के दफ्तर में पत्रकारों ने प्रियंका से पूछा था कि क्या वह पूछताछ के लिए अपने पति को ईडी के दफ्तर छोड़ने के जरिये कोई संदेश देना चाहती हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या यह राजनीतिक बदला है, उन्होंने कहा कि हर किसी को पता है कि यह क्यों किया जा रहा है।

वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से किया इनकार

यह पहला मौका है जब यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद वाड्रा संदिग्ध वित्तीय लेन-देन के आपराधिक आरोपों के सिलसिले में किसी जांच एजेंसी के सामने पेश हुए हैं। मीडियाकर्मियों की भीड़ के बीच से होकर वाड्रा करीब तीन बजकर 47 मिनट पर ईडी के दफ्तर में दाखिल हुए। उनके वकीलों का एक दल पहले ही वहां पहुंच चुका था। पूछताछ के लिए जाने से पहले उन्होंने वहां हाजिरी रजिस्टर पर अपने दस्तखत किये। वाड्रा ने अवैध विदेशी संपत्ति से जुड़े आरोपों से इनकार किया और आरोप लगाया कि राजनीति को साधने के लिये उन्हें ‘‘परेशान’’ किया जा रहा है।

क्या है मामला?

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि वाड्रा से लंदन की कुछ अचल संपत्तियों के लेनदेन, खरीद और कब्जे को लेकर ईडी के तीन अधिकारियों के दल ने करीब एक दर्जन सवाल पूछे और उनका बयान मनी लॉन्ड्रिंग निरोधक अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया। दिल्ली की एक अदालत ने वाड्रा को केंद्रीय जांच एजेंसी से सहयोग करने को कहा था। वाड्रा ने मामले में अग्रिम जमानत के लिये अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने उनसे लंदन से लौटने के बाद बुधवार को ईडी के समक्ष पेश होने के कहा था। यह मामला लंदन में 12 ब्रायनस्टन स्क्वायर पर 19 लाख पाउंड की संपत्ति की खरीद में कथित रूप से धनशोधन के आरोप की जांच से संबंधित है। यह संपत्ति कथित तौर पर रॉबर्ट वाड्रा की है।

रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ भारत के लोकतंत्र की सफलता का पैमाना: भाजपा

वाड्रा से पूछताछ के संबंध में पूछे जाने पर केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, "यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की इच्छाशक्ति की सफलता है कि एक नामचीन परिवार से संबंध रखने वाले व्यक्ति को भी कानून के सामने पेश होना पड़ा।" रविशंकर प्रसाद मीडिया को बुधवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में लिये गए फैसलों के बारे में बता रहे थे।  प्रसाद ने कहा, "यह भारतीय लोकतंत्र की सफलता का पैमाना है।"

रॉबर्ट वाड्रा पर हमला करते हुए भाजपा ने आरोप लगाया कि यूपीए के शासनकाल के दौरान वाड्रा को पेट्रोल और रक्षा से जुड़े सौदों में रिश्वत मिली थी। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि वाड्रा ने 2008-2009 में संप्रग के शासनकाल में मिली रिश्वत से "लंदन में आठ से नौ संपत्तियां खरीदी" थीं। उन्होंने कहा कि वह वाड्रा से "रोडपति से करोड़पति बनने का फॉर्मूला" पूछना चाहेंगे।

चुनाव से पहले माहौल बनाने की कोशिश: कांग्रेस

कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चुनावी मौसम चल रहा है। हम जानते हैं कि जब सम्मन के जवाब दिए जाएंगे तो संवाददाता सम्मेलन होंगे। वह (वाड्रा) सम्मन के जवाब में वहां गए।’’  उन्होंने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि भाजपा के पास जांच के लिये पूरे साढ़े चार साल थे लेकिन वे कुछ नहीं खोज सके।

उन्होंने दावा किया, ‘‘यह गुमराह करने की कोशिश है और चुनाव से पहले एक माहौल बनाने की कोशिश है। यह जनता जानती है। ईडी, सीबीआई और दूसरी एजेंसियां पांच साल में कुछ नहीं पा सकीं। यह सिर्फ चुनावी जुमलेबाजी है। ’’

 

 

 

 

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