राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत द्वारा सभी 32 आरोपियों को बरी किए जाने का बुधवार को स्वागत किया।
आरएसएस ने एक बयान जारी कर अपील की कि इस निर्णय के बाद समाज के सभी वर्गों को परस्पर भरोसा और सौहार्द के साथ एकजुट होकर देश समक्ष आने वाली चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
आरएसएस के सरकार्यवाह सुरेश भैयाजी जोशी ने कहा, ‘‘सीबीआई की विशेष अदालत द्वारा विवादास्पद ढांचे के विध्वंस मामले में आरोपित सभी दोषियों को ससम्मान बरी करने के फैसले का राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ स्वागत करता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस फैसले के बाद समाज के सभी वर्गों को परस्पर विश्वास और सौहार्द के साथ एकजुट होकर देश के सामने आने वाली चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना करते हुए राष्ट्र को प्रगति की दिशा में ले जाने के कार्य में जुट जाना चाहिए।’’
गौरतलब है कि आरएसएस और उसके आनुषंगिक संगठनों मसलन विश्व हिन्दू परिषद ने राम मंदिर आंदोलन को देश भर में खड़ा करने में व्यापक भूमिका निभाई थी।
सीबीआई की विशेष अदालत ने 6 दिसम्बर 1992 को अयोध्या में बाबरी मस्जिद ढहाए जाने के मामले में बुधवार को बहुप्रतीक्षित फैसला सुनाते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया। इस मामले में पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी, पूर्व केंद्रीय मंत्री मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह सहित कुल 32 आरोपी थे।