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संघ का लक्ष्य हिंदुत्व के जीवन दर्शन से युक्त नेता का निर्माण

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर कोई कितना भी आरोप लगाए कि उसके हाथ में मौजूदा सरकार का रिमोट कंट्रोल है, लेकिन संघ प्रमुख को इसकी चिंता से ज्यादा चिंता है कि हिंदूत्व के मूल पर एक मजबूत देश का निर्माण हो और सुदृढ़ भारत के साथ एक ऐसा सही नेता का निर्माण हो जो हिंदुत्व के जीवन दर्शन से युक्त हो।
संघ का लक्ष्य हिंदुत्व के जीवन दर्शन से युक्त नेता का निर्माण

वडोदरा गुजरात में गुजरात, महाराष्ट्र और गोवा के प्रचारकों के लिए आयोजित चार दिवसीय उपवेशन समापन में मोहन भागवत संबोधित कर रहे थे। उन्होंने फिर स्पष्ट किया कि भाजपा की एनडीए सरकार को आरएसएस रिमोट कंट्रोल से संचालित नहीं कर रही है। भागवत ने अपने इस बयान के जरिए उन विपक्षी दलों को जवाब देने की कोशिश की है जो सरकार पर आरएसएस के निर्देशों पर चलने का आरोप लगाते हैं।

भागवत ने कहा कि आरएसएस एक ऐसी संस्था है जो हर तरह की समस्या का समाधान देना चाहती है, फिर वह भारत की हो या पूरे विश्व की। हिंदुत्व भारत का मूल है और यही भारत की पहचान है। कई लोग संघ के बारे में गलत जानकारी देते हैं क्योंकि उन्हें न संघ की गतिविधियों के बारे में पता है और न लक्ष्य के बारे में। उन्होंने संघ को कि हिंदुत्व को धर्म विशेष से जोड़ना भी गलत है। 

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