सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान मंगलवार से दो दिनों की भारत यात्रा पर हैं। इस दौरान भारत, पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का मुद्दा उठाएगा। साथ ही दोनों देश रक्षा संबंधों में बढ़ोतरी पर भी चर्चा करेंगे जिसमें संयुक्त नौसेना अभ्यास शामिल है। कूटनीतिक और राजनीतिक लिहाज से महत्वपूर्ण होने के साथ ही प्रिंस की इस यात्रा के कारोबारी मायने भी बहुत अधिक हैं।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दक्षिण एशिया के दौरे की शुरुआत में रविवार को इस्लामाबाद पहुंचे शाहजादे सोमवार को सऊदी अरब लौट गए थे। भारत ने उनके पाकिस्तान से यहां के दौरे पर आने को लेकर आपत्ति जताई थी। शहजादे के दौरे से पहले सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल जुबैर ने सोमवार को कहा कि पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को रियाद ‘कम’ कराने का प्रयास करेगा।
सूत्रों के मुताबिक इस यात्रा के दौरान क्राउन प्रिंस एनर्जी और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में निवेश का ऐलान कर सकते हैं। इस निवेश के जरिए सऊदी अरब अपनी इकॉनमी की भी तेल पर निर्भरता कम करने का प्रयास करेगा। मोहम्मद बिन सलमान के इस यात्रा के दौरान चीन, मलयेशिया और इंडोनेशिया जाने की भी योजना है। तुर्की के इस्ताम्बुल स्थित सऊदी दूतावास में वॉशिंगटन पोस्ट के पत्रकार जमाल खशोगी की जघन्य हत्या के बाद से क्राउन प्रिंस की यह पहली विदेश यात्रा है।
इन समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद
सऊदी अरब कश्मीर और सीमा पार आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान के जुमलों को अब और स्वीकार नहीं कर रहा है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और शाहजादे के बीच बुधवार को प्रतिनिधिमंडल स्तर की होने वाली वार्ता में भारत पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी समूहों के मुद्दे को जोरदार तरीके से उठाएगा। विदेश मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव टी एस त्रिमूर्ति ने बताया कि सऊदी नेता के दौरे में दोनों पक्षों के बीच निवेश, पर्यटन, आवास और सूचना और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में पांच समझौतों पर दस्तखत होने की उम्मीद है।
आतंकवाद पर होगी बात
उन्होंने कहा, ‘हमें विश्वास है कि इस दौरे से भारत-सऊदी द्विपक्षीय संबंधों में नए अध्याय की शुरुआत होगी। सीमा पार आतंकवाद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘सऊदी अरब ने पुलवामा में 14 फरवरी को सुरक्षा बलों पर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। हम सुरक्षा और आतंकवाद निरोधक मामलों में उनके सहयोग की सराहना करते हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सऊदी अरब, भारत और पाकिस्तान के बीच संबंधों को जिस तरीके से देखता था उसमें ‘बदलाव’ आया है और शक्तिशाली खाड़ी देश सीमा पार आतंकवाद को बेहतर समझता है।
पाकिस्तान से हुआ 20 अरब डॉलर का समझौता
सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने अपनी यात्रा के दौरान कहा कि पाकिस्तान आने वाले समय में एक बहुत ही महत्वपूर्ण देश होगा और उनका देश प्रधानमंत्री इमरान खान जैसे नेतृत्व के साथ विभिन्न क्षेत्रों में इस्लामाबाद संग साझेदारी की प्रतीक्षा कर रहा था। ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार, क्राउन प्रिंस ने पाकिस्तान पहुंचने के बाद रविवार रात प्रधानमंत्री आवास पर एक रात्रिभोज को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सभी सऊदी लोगों का एक ‘प्रिय देश’ रहा है और दोनों देश कठिन और अच्छे समय में एक साथ चले हैं। दोनों देशों ने द्विपक्षीय सहयोग के लिए 20 अरब डॉलर के समझौते (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इन सौदों में रिफाइनिंग और पेट्रोकेमिकल क्षेत्रों में निवेश के अवसरों की खोज, खेल के क्षेत्र में सहयोग, सऊदी माल के आयात के लिए वित्तपोषण समझौता, बिजली उत्पादन की परियोजनाएं और नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं का विकास शामिल है।