केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन की अगुवाई करने वाले किसान संगठनों के समूह संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम खुला पत्र लिखा है। पत्र में आंदोलनरत किसानों ने छह मांगें रखीं।
प्रधानमंत्री मोदी को लिखे खुले पत्र में एसकेएम ने कहा कि सरकार को फौरन किसानों से वार्ता बहाल करनी चाहिए और तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
एसकेएम ने पत्र में मोदी को लिखे पत्र में कहा, ‘‘आपके संबोधन में किसानों की प्रमुख मांगों पर ठोस ऐलान की कमी की वजह से किसान निराश हैं।’’
मोर्चा पत्र के जरिए मांग रखी कि कृषि कानूनों के विरुद्ध आंदोलन के दौरान किसानों के विरुद्ध दर्ज मामले तुरंत वापस लिए जाने चाहिए। साथ ही मोर्चा ने कहा कि कृषि कानून विरोधी आंदोलन के दौरान जिन किसानों की मौत हुई, उनके परिवार को पुनर्वास सहायता, मुआवजा मिलना चाहिए।
बता दें कि कि पिछले करीब एक साल से केंद्र के तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के विरुद्ध पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश सहित देश के विभिन्न हिस्सों के किसान दिल्ली की सीमाओं के पास धरना दे रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की बात कह चुके हैं, मगर आंदोलनरत किसान अपनी कई अन्य मांगों को लेकर अब भी दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं।