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सोशल मीडिया के चरमपंथियों, सावधान

फेसबुक, टि्वटर, यू-ट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर चरमपंथी ताकतों की बढ़ती पहुंच से सरकार में खतरे की घंटी बज गई है। ऐसे में सरकार ने इससे निबटने की तैयार भी आरंभ कर दी है।
सोशल मीडिया के चरमपंथियों, सावधान

हाल के दिनों में सिर्फ भारत ही नहीं पूरी दुनिया में इस्लामिक चरमपंथियों ने इंटरनेट के जरिये युवाओं की भर्ती का अभियान छेड़ा हुआ है। उकसाने वाली तकरीरें इन युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करने में मददगार होती हैं। ऐसे में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अशोक प्रसाद को साइबर और सोशल मीडिया सलाहकार नियुक्त किया है।

इस्लामिक स्टेट और अन्य आतंकी संगठनों के गुर्गों की सोशल मीडिया पर मौजूदगी और उनके युवाओं को अपनी विचारधारा से जोड़ने के प्रयास से निपटने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है। प्रसाद इस साल जनवरी में ही गृह मंत्रालय से सचिव (आंतरिक सुरक्षा) के पद से रिटायर हुए थे। इससे पहले वह लंबे समय तक इंटेलिजेंस ब्यूरो से जुड़े रहे थे। गृह मंत्रालय की रणनीति सोशल मीडिया और साइबर स्पेस में बढ़ते आतंकी खतरे से निपटने की है।

गृह मंत्रालय इस बात को लेकर चिंतित है कि जिहादी समूह और आईएस जैसे  संगठन नेटसेवी युवाओं तक अपनी पहुंच बनाने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों के भीतर करीब पांच दर्जन ऐसे युवाओं को गिरफ्तार किया जा चुका है जो आईएस से प्रभावित थे। (एजेंसी)

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