लोकतंत्र बचाओ अभियान के तहत आज कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी संसद मार्ग पर मार्च किया, जिस दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया। थोड़ी देर की हिरासत के बाद उन्हें रिहा किया गया। संसद मार्ग थाने के सामने पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रोका। संसद की तरफ बढ़ने पर उतारू कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड हटाना शुरू किया तो पुलिस ने बल प्रयोग किया। पुलिस सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह को जबरन ससंद मार्ग पुलिस थाने ले गए।
गिरफ्तार होने वालों में पूर्व रक्षा मंत्री एकेएंटोनी, गुलाम नबी आजाद, संदीप दीक्षित भी शामिल थे। कांग्रेस ने अरुणाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा सरकार द्वारा उनकी सरकारों को गलत तरीके से गिराने के विरोध में आज लोकतंत्र बचाओ प्रदर्शन का आह्वान किया था। जंतर-मंतर पर पहले सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा, हम लोग यहां रायसीना हिल और नागपुर में बैठे लोगों को कड़ा संदेश देने के लिए एकजुट हुए हैं। कोई हमें राष्ट्रविरोधी नहीं कह सकता है। वे हमें बदनाम करने की कोशिश न करें। जिंदगी ने हमें लड़ना सीखाया है। वे यह सोचने की गलती न करे कि कांग्रेस कमजोर हो गई है। हम लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने या नष्ट करने की इजाजत नहीं देंगे। केंद्र सरकार के दिन अब पूरे हो गए हैं। हम लोग वह है जिन्होंने मानवता के बुनियादी सिद्धांतों की रक्षा के लिए अपना खून बहाया है।
इस तरह से संसद के भीतर अगस्ता सौदों में दलाली पर बुरी तरह से घिरी कांग्रेस ने केंद्र के ऊपर आज हल्ला बोला। केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार आने के बाद दिल्ली में संभवतः पहली बार कांग्रेस नेतृत्व इस तरह आंदोलित हुआ और शईर्ष ने गिरफ्तारी दी।