जानलेवा साबित हो रहे कोरोना वायरस पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार ने विशेष टीम बनाने और उन्हें अलग-अलग राज्यों में भेजने का फैसला किया है। इस वायरस का पता लगाने के लिए नई दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोच्चि एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। खासकर चीन और हांगकांग से आने वालों की। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को उच्चस्तरीय बैठक भी की, जिसमें स्वास्थ्य मंत्रालय, आइसीएमआर और एनसीडीसी के अधिकारी उपस्थित थे। हर्षवर्धन ने बताया कि देश में अभी तक इस वायरस से पीड़ित किसी भी व्यक्ति का पता नहीं चला है, हालांकि 11 लोग ऑब्जर्वेशन में रखे गए हैं। इनमें भी चार जांच में यह वायरस नहीं पाया गया।
मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को भारत से चीन जाने वाले और वहां से वापस आने वाले यात्रियों के लिए एडवाइजरी भी जारी की है। मंत्रालय ने कहा है कि बुखार, खांसी और जुकाम महसूस होने की स्थिति में यात्रा न करें। साथ ही मंत्रालय की तरफ से विभिन्न हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं।
कई देशों में वायरस का प्रकोप
चीन में कोरोना वायरस की वजह से अबतक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। इससे पूरी दुनिया सकते है क्योंकि अब तक इससे निपटने का कोई इलाज नहीं मिल सका है। चीन में अब तक 1287 मरीज संक्रमित पाए गए हैं। चीन के बाद अब थाईलैंड, अमेरिका, ताइवान, जापान, वियतनाम, दक्षिण कोरिया, सिंगापुर और यूरोप में भी कोरोना वायरस का मामला सामने आया है। इसकी पुष्टि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने की है। दक्षिण कोरिया और अमेरिका में इसके दो मामले सामने आए हैं जबकि सिंगापुर में 3 और नेपाल से एक मामला आया है। वहीं, फ्रांस में वायरस से संक्रमित तीन लोगों की पुष्टि हुई है।
आवाजाही पर रोक से चीन में दो करोड़ लोग फंसे
चीन के वुहान में सीफूड और पशु बाजार से फैले इस वायरस की वजह से वहां बड़ी तादाद में लोग इससे संक्रमित हो रहे हैं। सेंट्रल हुबेई प्रांत के वुहान शहर में करीब 1.1 करोड़ की आबादी है। यहां अधिकारियों ने निवासियों से बिना किसी विशेष कारण से बाहर न जाने को कहा है। वुहान से जाने वाली ट्रेनों और फ्लाइटों पर अनिश्चित काल के लिए रोक लगा दी गई है। चीन के शहर ईजोऊ में भी ट्रेन अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं।