अनुसूचित जाति शिक्षकों के फोरम ने कहा कि प्रदर्शनकारी छात्रों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उसके कुछ सदस्य अपने प्रशासनिक पदों से इस्तीफा दे देंगे। फोरम के सदस्यों की मांग है कि उन चार छात्रों के निलंबन को रद्द किया जाए जिन्हें एबीवीपी नेता पर हमला करने में कथित संलिप्तता के कारण रोहित वेमुला के साथ सजा दी गई थी।
फोरम के एक सदस्य एस बाबू ने कहा, हमने हमारे उन सभी प्रशासनिक पदों को छोड़ने का निर्णय लिया है जो हमारे कुछ सहकर्मी संभाल रहे हैं... हम उम्मीद कर रहे हैं कि अधिकारी कोई निर्णय लेंगे, यदि ऐसा नहीं होता है तो हमें ऐसा करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। निलंबित किए जाने के बाद वेमुला द्वारा कथित आत्महत्या की घटना एक बड़ा मामला बन गई है। भाजपा के प्रतिद्वंद्वी इस मामले पर पार्टी पर निशाना साध रहे हैं और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी एवं केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय को इस मौत का जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें हटाए जाने की मांग कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी छात्र चार छात्रों का निलंबन रद्द किए जाने के साथ-साथ दत्तात्रेय के इस्तीफे, कुलपति अप्पा राव को हटाए जाने, रोहित के परिवार को पांच करोड़ रुपए का मुआवजा दिए जाने और उसके परिवार के एक सदस्य को रोजगार दिए जाने की मांग कर रहे हैं। विभिन्न दलों के राजनेताओं का परिसर में तांता लगा हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और भाकपा महासचिव एस सुधाकर रेड्डी आज परिसर का दौरा कर सकते हैं। छात्रों का एक गुट कल से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर है। इस बीच स्मृति कल इस मामले पर बोलीं और उन्होंने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर इस मामले में छात्रों को भड़काने का आरोप लगाया और अपने इस्तीफे की मांग को खारिज कर दिया। माकपा के सीताराम येचुरी, तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और वाईएसआर कांग्रेस अध्यक्ष वाई एस जगनमोहन रेड्डी कल विश्वविद्यालय आए और उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों से मुलाकात की।