37 वर्षीय वास्तुविद विक्रम भाटिया ने सुबह करीब सात बजे जेल नंबर तीन के बिहेवोरियल थेरेपी वॉर्ड में कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। वहां पर उसे मानसिक बीमारी के इलाज के लिए रखा गया था। जेल के एक अधिकारी ने बताया कि वह वार्ड के एक सूने हिस्से में गया और तौलियां से रस्सी बनाकर भवन के ग्रिल से लटककर आत्महत्या कर ली। उसे दीन दयाल उपाध्याय (डीडीयू) अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
खराब आर्थिक स्थिति के कारण विक्रम अवसाद में था और पिछले साल अक्तूबर में उत्तर-पश्चिम दिल्ली के केशवपुरम इलाके में उसने अपनी गर्भवती पत्नी और बेटे की कथित तौर पर गला दबाकर हत्या कर दी थी। अपने परिवार की हत्या के बाद उसने भी आत्महत्या की कोशिश की थी लेकिर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। नवंबर 2015 से वह तिहाड़ में बंद था।