नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित और लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज बुलंद करने वाली पाकिस्तानी किशोरी मलाला युसूफजई और अमेरिका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति बराक ओबामा को भी इस सूची में शुमार किया गया है। द इकोनॉमिस्ट पत्रिका की इस सूची में पाठक सहित 50 ऐसी वैश्विक हस्तियों को शामिल किया गया है जिन्होंने सार्वजनिक जीवन में अपनी हैसियत का इस्तेमाल विविधता को बढ़ावा देने के लिए किया। पत्रिका में पाठक को मानवतावादी, समाज सुधारक और विविधता का समर्थक बताया गया है। उन्होंने कथित अछूत जाति के हिमायती के तौर पर काम किया ताकि वह भारतीय जीवन के अभिन्न अंग के तौर पर काम कर सकें, रह सकें और प्रार्थना कर सकें।
72 वर्षीय पाठक के बारे में सूची कहती है कि उन्होंने स्वच्छता और बायो गैस के उत्पादन में सुधार के लिए काम किया जिससे गरीबों के स्वास्थ्य और समृद्धि में बदलाव आया है। यूनाइटेड नेशंस सेंटर ऑफ यूमन सेटलमेंट ने इसे ग्लोबली बेस्ट प्रेक्टिस में से एक माना। अमेरिकन इंस्ट्टीयूट ऑफ इंडियन स्ट्डीज (एआईआईएस) की महानिदेशक पूर्णिमा मेहता इस सूची में जगह पाने वाली दूसरी भारतवंशी हैं। सूची में ब्रिटेन के राजकुमार हैरी, अभिनेत्री एंजलिना जोली और हिलेरी क्विंटन को भी शामिल किया गया है। इस सूची में शामिल शख्सियतों को द इकोनॉमिस्ट के पाठकों ने नामित किया था। अपनी तरह के पहले विश्लेषण के लिए दुनिया भर से हजारों प्रविष्टियां आई थीं।