शाहजहांपुर यौन शोषण मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने दावा किया है कि गिरफ्तार भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वामी चिन्मयानंद ने अपनी गलती स्वीकार कर ली है। मामले की जांच कर रही एसआईटी का दावा है कि चिन्मयानंद ने पीड़ित लड़की को मसाज के लिए बुलाने में अपनी गलती स्वीकार की है।
एसआईटी के प्रमुख नवीन अरोड़ा ने कहा कि स्वामी चिन्मयानंद ने अपने खिलाफ लगे लगभग सभी आरोपों को कबूल किया है। जिसमें यौन वार्तालाप और शरीर की मालिश भी शामिल है। उन्होंने कहा कि वह इस बारे में अधिक कुछ नहीं कहना चाहते क्योंकि वह अपने इन कार्यों से शर्मिंदा हैं।
गौरतलब है कि छात्रा के यौन उत्पीड़न मामले में गिरफ्तार स्वामी चिन्मयानंद को शुक्रवार को अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत पर जेल भेज दिया है। साथ ही उनके तीन सहयोगी युवकों को भी एसआईटी ने गिरफ्तार किया है। पकड़े गए तीनों युवकों पर ब्लैकमेलिंग में शामिल होने का आरोप है।
पिछले दिनों इस मामले में एसआईटी ने कॉलेज हॉस्टल की भी तलाशी ली थी, जहां से कुछ अहम सबूत बरामद हुए थे। वहीं, इससे पहले एसआईटी ने चिन्मयानंद के दिव्य धाम का एक कमरा भी सील कर दिया था। चिन्मयानंद पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली छात्रा का मेडिकल टेस्ट भी कराया गया है। पिछले दिनों स्वामी चिन्मयानंद और एक लड़की का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उसके बाद एसआईटी अपनी जांच में तेजी लाई है।
दबाव में नहीं बदलेगी जांच: एसआइटी प्रभारी नवीन अरोड़ा
इससे पहले एसआइटी के प्रभारी आइजी नवीन अरोड़ा ने कहा था कि उनकी जवाबदेही हाईकोर्ट के प्रति है। जिसका न सिर्फ उन्हें, बल्कि पूरी टीम को अहसास है। दोनों ही मामलों में जांच तेजी से और सही दिशा में चल रही है। हमको 23 सितंबर को अपनी जांच रिपोर्ट कोर्ट को सौंपनी है। किसी के कहने या मीडिया ट्रायल से जांच का रुख नहीं बदला जाएगा। छह सितंबर के बाद आइजी नवीन अरोड़ा बुधवार शाम एक बार फिर शाहजहांपुर पुलिस लाइंस में बने अपने अस्थाई कार्यालय में थे। उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों में कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है। सभी तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं। उन्होंने बतया कि जो भी वीडियो क्लिप या साक्ष्य मिले हैं, उनकी सत्यता भी जांची जा रही है।
क्या है मामला?
शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज में एलएलएम की एक छात्रा ने चिन्मयानंद पर किडनैपिंग और शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। वहीं लॉ स्टूडेंट के पिता ने स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। छात्रा ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई थी। इस वीडियो में पीड़िता ने स्वामी चिन्मयानंद पर यौन शोषण और दुराचार के गंभीर आरोप लगाए थे।