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किसानों की टैक्टर रैली बेकाबू, संयुक्त किसान मोर्चा ने हिंसा से किया किनारा

तीन कृषि कानून के विरोध में हो रही ट्रैक्टर रैली बेकाबू हो गई। वहीं आंदोलन कर रहे किसान संगठनों का समूह...
किसानों की टैक्टर रैली बेकाबू, संयुक्त किसान मोर्चा ने हिंसा से किया किनारा

तीन कृषि कानून के विरोध में हो रही ट्रैक्टर रैली बेकाबू हो गई। वहीं आंदोलन कर रहे किसान संगठनों का समूह संयुक्त किसान मोर्चा ने बेकाबू हुई ट्रैक्टर रैली में हिंसक वारदात से किनारा कर लिया है। संयुक्त किसान मोर्चा के नेताओं का कहना है कि जिन किसान संगठनों के लोग हिंसा पर उतर आए हैं और लाल किला परिसर में दाखिल हुए हैं, उनसे उनका कोई लेना-देना नहीं है। संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान गणतंत्र दिवस परेड को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है, और सभी प्रतिभागियों से तुरंत अपने धरना स्थलों पर वापस लौटने की अपील की है। संयुक्त किसान मोर्चा ने घोषणा की कि आंदोलन शांतिपूर्वक जारी रहेगा और आगे के कदमों पर चर्चा के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

संयुक्ता किसान मोर्चा ने बयान जारी कर कहा है कि आज के किसान गणतंत्र दिवस परेड में अभूतपूर्व भागीदारी के लिए हम किसानों को धन्यवाद देते हैं। हम उन अवांछनीय और अस्वीकार्य घटनाओं की भी निंदा और खेद करते हैं जो आज घटित हुई हैं और ऐसे कृत्यों में लिप्त होने वालों से खुद को अलग कर लेते हैं।

संयुक्त किसान मोर्चा ने आगे कहा कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों द्वारा रूट का उल्लंघन करने का निंदनीय कृत्य किया गया। असामाजिक तत्वों ने शांतिपूर्ण आंदोलन में घुसपैठ की। हमने हमेशा माना है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और किसी भी उल्लंघन से आंदोलन को नुकसान होगा।

वहीं भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारे सब लोग शांतिपूर्ण तरीके से जा रहे हैं। जो लोग गड़बड़ फैलाने की कोशिश कर रहे हैं वो चिन्हित हैं। वो राजनीतिक दल के लोग हैं और इस आंदोलन को खराब करना चाहते हैं।

दरअसल किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान मुकरबा चौक, ट्रांसपोर्ट नगर, आईटीओ और अक्षरधाम समेत अन्य स्थानों पर हुए टकराव के बीच किसानों का एक जत्था लाल किला परिसर में पहुंचकर किसानों का झंडा लहरा दिया। वहीं किसानों की ओर से की जा रही ट्रैक्टर परेड के दौरान किसानों और पुलिस के बीच जबरदस्त टकराव देखने को मिला। दिल्ली में दाखिल हो रहे किसानों को रोकने के लिए कई हिस्सों में पुलिस को बल प्रयोग भी करना पड़ा है।

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