भारत सरकार ने ह्यूमन ट्रैफिकिंग की शिकार दस 10 लड़कियों को केन्या से छुड़ाया है। इनमें सात नेपाल की हैं। एक गिरोह के लोग लड़कियों को बेचने के लिए विदेश लेकर गए थे।
यह जानकारी विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट के जरिए दी। छुड़ाई गई लड़कियों को कई दिनों तक केन्या के मोम्बासा में रखा गया। विदेश मंत्री के मुताबिक, भारत सरकार के अफसर केन्या से छुड़ाई लड़कियों को भारत लाने का इंतजाम कर रहे हैं। हमने पंजाब सरकार से जानकारी साझा की है, ताकि लड़कियों को बेचने वाले गिरोह के एजेंट और उसके साथियों पर शिकंजा कसा जा सके। लड़कियों को नौकरी का झांसा देकर केन्या ले जाया गया और वहां उनके पासपोर्ट-फोन छीन लिए गए। पिछले दिनों इस मामले की जानकारी मिलने प पर विदेश मंत्रालय ने कार्रवाई की। विदेश मंत्री ने लड़कियों की रिहाई के लिए केन्या में इंडियन हाई कमिश्नर सुचित्रा दुरई, फर्स्ट सेक्रेटरी करण यादव और केन्या पुलिस की प्रशंसा भी की।
उधर, हैदराबाद की महिला फरहाना ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से मदद की गुहार लगाई है। फरहाना का कहना है कि उसकी बहनें रहमाना और नूर कुछ दिन पहले काम के सिलसिले में सऊदी अरब गई थीं। एक लोकल एजेंट उन्हें ब्यूटीशियन की नौकरी दिलाने का झांसा देकर विदेश ले गया। उनकी दोनों बहनों के साथ धोखा हुआ है। सऊदी में उनसे जबरन एक घर में काम कराया जा रहा है। रहमाना और नूर वहां जाकर फंस गई हैं। उन्हें कई तरह से प्रताड़ित किया जाता है।