हिमालय क्षेत्र में आने वाला उत्तराखंड अधिक भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है। भूकंप के झटके पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ में भी महसूस किए गए, जिसके बाद कई लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल, जान-माल को नुकसान पहुंचने की कोई खबर नहीं है।
दिल्ली एनसीआर में ऊंची इमारतों में रहने वाले लोग नीचे की ओर दौड़ पड़े। नोएडा, गुरूग्राम, फरीदाबाद, रोहतक, अंबाला, पंचकुला, सोनीपत, पानीपत और करनाल सहित हरियाणा में विभिन्न स्थानों पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। पंजाब में मोहाली, पटियाला, रोपड़, लुधियाना और जलंधर सहित कई स्थानों पर भी भूकंप के झटके महसूस किए गए।
उत्तराखंड में लोग भूकंप के कारण दहशत में अपने-अपने घरों से बाहर भागे। खासतौर पर पर्वतीय जिले उत्तरकाशी, चमोली और पिथौरागढ़ में भूकंप का असर ज्यादा महसूस किया गया। देहरादून की कई कॉलोनियों में लोग भूकंप के बाद के हल्के झटकों की आशंका के चलते अपने-अपने घरों से बाहर नजर आए। वहां भी किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है।
इस बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्होंने जिलाधिकारियों से बात की है और रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने बताया, मैंने जिलाधिकारियों से बात की और समूचे राज्य से विभिन्न सूत्रों से सूचनाएं पा रहे हैं। किसी की जान नहीं गई है लेकिन दूर-दराज के इलाकों में मकानों में कुछ दरारें हो सकती हैं। हम सूचना एकत्र करने की प्रक्रिया में अब भी हैं। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन अधिकारी भी पूरी तरह से तैयार हैं और चिंता की कोई बात नहीं है। हमारा आपात नियंत्रण कक्ष भी सूचना एकत्र कर रहा है।