सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा 59 चीनी एप पर पाबंदी लगाने के बाद शॉर्ट वीडियो बनाने वाला चीनी एप टिकटॉक एप्पल एप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर से हट गया है। कुछ दिन पहले ही भारतीय खुफिया एजेंसियों ने सरकार को 52 एप्स को लेकर अलर्ट जारी किया था और देश के नागरिकों को भी एप्स को उपयोग करने से मना किया था। खुफिया एजेंसियों के इस अलर्ट के बाद सरकार ने इन 52 एप्स समेत 59 एप्स पर प्रतिबंध लगाते हुए इन्हें राष्ट्र की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है।
सरकार द्वारा बैन लगाने के 12 घंटे के भीतर भारत में सबसे ज्यादा लोकप्रिय एप टिकटॉक गूगल प्ले-स्टोर और एप्पल स्टोर से हटा दिया गया है। कल देर रात तक टिकटॉक एप दोनों स्टोर्स पर मौजूद थे मगर अब यह दिखाई नहीं दे रहा है।
इस प्रतिबंध पर टिकटॉक इंडिया ने ट्वीट करके कहा है कि सरकार द्वारा लगाया गया यह प्रतिबंध अस्थायी है और वह सरकार के साथ इस मसले पर बात कर रही है।
टिकटॉक इंडिया के प्रमुख निखिल गांधी ने कहा, 'सरकार ने 59 एप्स पर अंतरिम प्रतिबंध लगाया है जिनमें टिकटॉक भी शामिल है। हम इस प्रतिबंध के लिए सरकार से जल्द ही बात करने वाले हैं। टिकटॉक हमेशा की तरह डाटा और प्राइवेसी की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। हम भारतीय यूजर्स का डाटा चीनी या किसी अन्य सरकार के साथ साझा नही करते हैं।'
गूगल प्ले-स्टोर और एप्पल स्टोर पर टिकटॉक सर्च करने पर कई तरह के क्लोन एप के लिंक मिल रह हैं।
प्रतिबंधित मोबाइल एप में वीडियो-शेयरिंग सोशल नेटवर्किंग एप टिक टोक, यूसी ब्राउज़र और फ़ाइल शेयरिंग एप शेयर इट शामिल हैं। जिन एप्स पर प्रतिबंध लगाया गया है उनमें टिकटॉक, यूसी ब्राउजर, शेयर इट आदि एप्स हैं। इनके अलावा हैलो, लाइक, कैम स्कैनर, शीन क्वाई भी बैन कर दिया गया है तथा बायडू मैप, केवाई, डीयू बैटरी स्कैनर भी बैन हो गया है। सरकार ने शेयर इट, एमआई वीडियो कॉल, वीगो विडियो, ब्यूट्री प्लस, लाइकी, वी मेट, यूसी न्यूज जैसे एप पर भी पाबंदी लगा दी है, जोकि लोगों में काफी लोकप्रिय थे।