सेना ने आज जानकारी देते हुए बताया कि स्थानीय पुलिस, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ श्रीनगर से करीब 55 किलोमीटर दूर स्थित शोपियां के वेहिल गांव में हुई जिसमें नासीर अहमद पंडित और इनामुल हक उर्फ वसीम मल्ला को मार गिराया गया। सेना के विक्टर फोर्स के जनरल ऑफिसर कमांडिंग मेजर जनरल अशोक नरोला ने अवंतीपुरा में बताया, यह पुलिस, सीआरपीएफ और राष्ट्रीय राइफल्स का संयुक्त अभियान था। उनके मारे जाने से हिजबुल मुजाहिदीन के शीर्ष नेतृत्व को गंभीर झटका लगा है। पंडित और मल्ला को मार गिराए जाने को आतंकवाद निरोधक अभियान में बड़ी सफलता बताते हुए अधिकारी ने कहा कि आतंकवादी संगठन का शीर्ष नेतृत्व अब लगभग खत्म हो गया है। नरोला ने बताया कि सुरक्षाबलों में कोई हताहत नहीं हुआ है।
नरोला ने बताया, मल्ला ए प्लस प्लस श्रेणी का आतंकवादी था जबकि पिछले साल पुलिस छोड़कर हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ पंडित भी ए प्लस श्रेणी का आतंकवादी था। उन्होंने कहा कि शोपियां के पेहलीपुरा का निवासी मल्ला पिछले साल 6 अप्रैल को शोपियां के अमशीपुरा गांव में तीन पुलिसकर्मियों की निर्मम हत्या के पीछे मुख्य साजिशकर्ता था। पुलवामा के करीमाबाद गांव का निवासी पंडित पिछले साल 27 मार्च को पीडीपी मंत्री अल्ताफ बुखारी के निवास से दो एके47 राइफलें लेकर फरार हो गया था। अधिकारी ने कहा, पिछले दो साल से यह लोग जनता के लिए बहुत समस्याएं पैदा कर रहे थे और वे अत्याचार में शामिल थे तथा हम उन्हें मार गिराने पर संतुष्ट हैं। दोनों उन 11 युवा आतंकवादियों में शामिल थे जिनकी तस्वीरें पिछले साल सोशल मीडिया पर बहुत चर्चित हुई थीं। उन्होंने दावा, तस्वीर के 11 में से दो आतंकवादी पहले और दो आज मारे गए और बाकियों को भी जल्दी ढेर किया जाएगा क्योंकि यह केवल समय की बात है।