मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थिति महाकालेश्वर मंदिर में सावन के पहले सोमवार को भगदड़ जैसे हालात होने के चलते कई महिलाएं व बच्चे जख्मी हो गए। मंदिर के भीतर मौजूद लोगों के अनुसार मंदिर में दर्शन करने के लिए आए वीआईपी लोगों के साथ मंदिर में भीड़ उमड़ पड़ी जिसकी वजह से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। बता दें कि सावन के पहले सोमवार के मौके पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती सहित कई वीआईपी दर्शन के लिए मंदिर पहुंचे थे।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में दिखाई दे रहा है कि मंदिर के गेट नंबर 4 से श्रद्धालु सुरक्षा घेरे को तोड़ते हुए धक्का-मुक्की के साथ अंदर घुसने लगे जिससे भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ होने से गेट नम्बर चार पर लगे अवरोधक को प्रतीक्षा में लगे दर्शनर्थियों ने धकेल कर गिरा दिया। इससे मंदिर में जाने वाले लोगों में भगदड़ मच गई।
कोविड-19 दिशानिर्देशों के उल्लंघन का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। महाकाल मंदिर समिति के अध्यक्ष और जिलाधिकारी आशीष सिंह ने बताया कि घटना सोमवार सुबह लगभग साढ़े आठ बजे महाकाल मंदिर के गेट नम्बर चार पर हुई।
उन्होंने बताया कि महाकाल भगवान के दर्शन के लिए अत्यधिक भीड़ उमड़ पड़ी थी। अनियंत्रित भीड़ ने वहां लगे अवरोधक को धक्का मार कर गिरा दिया, जिसकी वजह से भगदड़ मच गई और लोग मंदिर में घुसने लगे।
सिंह ने कहा, ‘‘हालांकि, इस घटना में जनहानि नहीं हुई। जल्द ही सुरक्षाकर्मियों ने इस पर नियंत्रण पा लिया।’’ उन्होंने कहा कि आज के दिन मंदिर में दर्शन के लिए 5,000 लोगों को पूर्व अनुमति दी गई थी। मगर सावन का पहला सोमवार होने के कारण देश भर से लगभग 50-60 हजार की संख्या में श्रद्धालु आ गए, जिनके लिए दर्शन की व्यवस्था शुरू की गई थी।
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से लगभग 175 किलोमीटर की दूरी पर उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर, भगवान शिव के देश में मौजूद 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक है।