प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस किताब का विमोचन किया। इस दौरान पीएम ने राष्ट्रपति की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने प्रणब मुखर्जी की उंगली पकड़कर दिल्ली में खुद को सेट किया। मोदी ने कहा कि बीते तीन वर्षो के दौरान ऐसा एक भी मौका नहीं होगा जब वह मुखर्जी से मिले हों और मुखर्जी ने उन्हें 'पिता का स्नेह' न दिया हो।
13वें राष्ट्रपति के रूप में प्रणब मुखर्जी के जीवन पर आधारित चित्रमय यात्रा वाली इस किताब का प्रकाशन स्टेटमैन समूह ने किया है।
मोदी ने कहा कि वह अक्सर मुझसे कहा करते हैं कि मोदी जी आपको आधे दिन का आराम कर लेना चाहिए। आप इतनी भाग-दौड़ क्यों करते हैं, अपने कार्यक्रमों को कम कीजिए, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखिए।
पुस्तक के बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि इस किताब में मौजूद तस्वीरों में हमें अपने राष्ट्रपति के मानवीय पहलू भी देखने को मिलेंगे और हमें उन पर गर्व होगा। किताब के विमोचन के मौके पर राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने इस बात का खुलासा किया कि उनके और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच कुछ वैचारिक मतभेद रहे हैं, लेकिन दोनों ने अपने-अपने मतभेद अपने पास रखे और सरकार के कामकाज को प्रभावित नहीं होने दिया।